आज के पेट्रोल और डीजल के दाम: जानें आपके शहर में कीमतें

पेट्रोल और डीजल की कीमतें आज
पेट्रोल डीजल की कीमतें आज: भारत में हर सुबह 6 बजे तेल विपणन कंपनियां (OMCs) पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी करती हैं। इन कीमतों का सीधा प्रभाव आम जनता की आर्थिक स्थिति पर पड़ता है। ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों से लेकर सब्ज़ी-फल विक्रेताओं तक, हर किसी की दिनचर्या इन दामों से प्रभावित होती है। यही कारण है कि रोज़ाना पेट्रोल-डीजल की कीमतें जानना अब एक आवश्यकता बन गई है।
सरकार ने ईंधन मूल्य निर्धारण की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए हर सुबह नई दरें जारी करने का नियम बनाया है। इससे उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की गलतफहमी नहीं होती और वे अपने दैनिक कार्यों की योजना बना सकते हैं। ये कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दर और डॉलर-रुपया विनिमय दर पर निर्भर करती हैं।
आपके शहर में आज के ताजा रेट (14 सितंबर)
- नई दिल्ली – पेट्रोल: ₹94.72, डीजल: ₹87.62
- मुंबई – पेट्रोल: ₹104.21, डीजल: ₹92.15
- कोलकाता – पेट्रोल: ₹103.94, डीजल: ₹90.76
- चेन्नई – पेट्रोल: ₹100.75, डीजल: ₹92.34
- लखनऊ – पेट्रोल: ₹94.69, डीजल: ₹87.80
- चंडीगढ़ – पेट्रोल: ₹94.30, डीजल: ₹82.45
- पटना – पेट्रोल: ₹105.58, डीजल: ₹93.80
- इंदौर – पेट्रोल: ₹106.48, डीजल: ₹91.88
- जयपुर – पेट्रोल: ₹104.72, डीजल: ₹90.21
- बेंगलुरु – पेट्रोल: ₹102.92, डीजल: ₹89.02
- हैदराबाद – पेट्रोल: ₹107.46, डीजल: ₹95.70
- पुणे – पेट्रोल: ₹104.04, डीजल: ₹90.57
- सूरत – पेट्रोल: ₹95.00, डीजल: ₹89.00
- नासिक – पेट्रोल: ₹95.50, डीजल: ₹89.50
- अहमदाबाद – पेट्रोल: ₹94.49, डीजल: ₹90.17
- भोपाल – पेट्रोल: ₹31.00, डीजल: ₹24.00 (अन्य रेट्स के अनुसार)
- श्रीनगर – पेट्रोल: ₹28.00, डीजल: ₹17.00
पिछले दो सालों से कीमतों में स्थिरता का कारण
मई 2022 में केंद्र सरकार और कई राज्यों ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कटौती की थी। इसके बाद से उपभोक्ताओं को राहत मिली और तब से कीमतें अपेक्षाकृत स्थिर बनी हुई हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है, लेकिन भारतीय उपभोक्ताओं को बड़ी बढ़ोतरी का सामना नहीं करना पड़ा है।
कीमतों के निर्धारण के प्रमुख कारण
1. कच्चे तेल की कीमतें: जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढ़ते हैं, तो इसका असर भारत में भी दिखाई देता है।
2. डॉलर-रुपया विनिमय दर: तेल का आयात डॉलर में होता है। यदि रुपया कमजोर होता है, तो कीमतें बढ़ जाती हैं।
3. सरकारी टैक्स और शुल्क: केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल-डीजल पर भारी टैक्स लगाती हैं, जो राज्यों के बीच कीमतों के अंतर का मुख्य कारण है।
4. रिफाइनिंग की लागत: कच्चे तेल को उपयोगी बनाने में खर्च आता है, जो खुदरा मूल्य को प्रभावित करता है।
5. मांग और आपूर्ति: त्योहारों या मौसम में बदलाव के कारण खपत बढ़ने से कीमतों पर असर पड़ता है।