आयुक्त आयुष सिन्हा ने निगम क्षेत्र में सफाई के लिए पार्षदों के सहयोग की आवश्यकता बताई

सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए पार्षदों की भूमिका
- आयुक्त ने पार्षदों के साथ मिलकर वार्डों का निरीक्षण किया
- मंगलवार को वार्ड-8 में सफाई की स्थिति का मूल्यांकन किया गया
गुरुग्राम। निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए स्थानीय पार्षदों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। पार्षद अपनी आवश्यकता के अनुसार सफाई कर्मचारियों और संसाधनों को वार्ड में तैनात कर सकते हैं। सभी वार्डों में सफाई कार्यों की निगरानी के लिए सहायक सफाई निरीक्षक नियुक्त किए जा रहे हैं।
आयुक्त आयुष सिन्हा ने मंगलवार को वार्ड-8 के पार्षद भूपेंद्र और संयुक्त आयुक्त लोकेश यादव के साथ मिलकर गांव कासन में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सहायक सफाई निरीक्षक और सुपरवाइजर से सफाई कर्मचारियों की हाजिरी रिपोर्ट की जांच की। आयुक्त ने वहां उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सफाई एजेंसी को वार्ड में कूड़ा उठाने के लिए 8 घंटे ट्रैक्टर और टीप्पर का संचालन करना होगा। आयुक्त ने पार्षद भूपेंद्र से अनुरोध किया कि वे अपने वार्ड में इन संसाधनों की निगरानी करें और जहां आवश्यक हो, वहां सफाई कार्यों में इनका उपयोग करें।
आयुक्त ने कहा कि निगम क्षेत्र में सफाई कार्यों की निगरानी स्थानीय लोगों के सहयोग से ही संभव है। स्थानीय निवासियों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए निगम क्षेत्र को साफ रखना होगा। आयुक्त ने निर्देश दिए कि यदि कोई व्यक्ति खुले में कूड़ा डालते हुए पकड़ा गया, तो उसका चालान किया जाए। यदि वह किसी इमारत में किराए पर रह रहा है, तो उसके मकान मालिक का चालान भी किया जाना चाहिए। सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। सफाई प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है।