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आरबीआई की रेपो दर में कटौती: सरकारी बैंकों ने ब्याज दरें घटाईं

भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो दर में 0.5 प्रतिशत की कमी की है, जिसके परिणामस्वरूप सरकारी बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में भी कटौती की है। इस कदम से होम, ऑटो, पर्सनल और एमएसएमई लोन लेने वालों को राहत मिलेगी। जानें किस बैंक ने कितनी दरें घटाईं और इसका आम जनता पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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रेपो दर में कमी का प्रभाव

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो दर में 0.5 प्रतिशत की कमी कर इसे 5.5 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही, कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में भी 1 प्रतिशत की कटौती की गई है। इस निर्णय के बाद, सरकारी बैंकों ने भी लोन पर ब्याज दरों में कमी करना शुरू कर दिया है। तीन प्रमुख सरकारी बैंकों - यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने लोन की ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत तक की कमी की है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से होम, ऑटो, पर्सनल और एमएसएमई लोन लेने वालों को राहत मिलेगी, जिससे आम जनता की वित्तीय स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।


इससे पहले, बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपने आरएलएलआर में 0.50 प्रतिशत की कमी की थी। निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने विभिन्न अवधि के लिए अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है, जिससे उन ग्राहकों को लाभ होगा जिनके लोन MCLR से जुड़े हैं।


यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने एक्सटर्नल स्टैंडर्ड बेस्ड इंटरेस्ट रेट (EBLR) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में 0.50 प्रतिशत की कमी की है। बैंक ने बताया कि यह निर्णय RBI द्वारा की गई रेपो दर में कमी के अनुरूप है, जिससे ग्राहकों को सस्ती दरों पर लोन मिल सकेगा।


इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने भी लोन पर ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कमी की है। यह निर्णय बैंक की एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी (ALCO) की बैठक में लिया गया। अब IOB की रेपो आधारित ब्याज दर (RLLR) घटकर 8.35 प्रतिशत हो गई है, जो पहले 8.85 प्रतिशत थी।


केनरा बैंक ने भी अपनी रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की कमी की घोषणा की है। बैंक के अनुसार, नई आरएलएलआर दर अब 8.75 प्रतिशत से घटकर 8.25 प्रतिशत हो गई है। ये नई दरें बुधवार से लागू हो गई हैं।