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इंडिगो एयरलाइन संकट: 650 उड़ानें रद्द, यात्रियों को हो रही है परेशानी

इंडिगो एयरलाइन का संकट रविवार को भी जारी रहा, जिसमें 650 उड़ानें रद्द हुईं, जिससे हजारों यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। डीजीसीए ने एयरलाइन के प्रमुखों को नोटिस जारी किया है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्त निर्देश दिए हैं। इस स्थिति का असर पर्यटन और सरकारी कार्यों पर भी पड़ा है। रेलवे और स्पाइसजेट ने यात्रियों के लिए विकल्प उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाए हैं। जानें इस संकट की पूरी कहानी और इसके संभावित समाधान।
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इंडिगो एयरलाइन संकट: 650 उड़ानें रद्द, यात्रियों को हो रही है परेशानी

इंडिगो एयरलाइन का संकट जारी

रविवार को भी देशभर में इंडिगो एयरलाइन की समस्याएं बनी रहीं, जिसके चलते 650 उड़ानें रद्द की गईं। इनमें से 115 उड़ानें हैदराबाद और 112 उड़ानें मुंबई से थीं। इस स्थिति ने हजारों यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करने पर मजबूर कर दिया। एयरलाइन ने बताया कि वह 10 दिसंबर तक अपने ऑपरेशंस को सामान्य करने की योजना बना रही है और नेटवर्क में सुधार के लिए तेजी से कदम उठा रही है। इसके अलावा, इंडिगो ने एक संकट प्रबंधन समूह का गठन किया है, जो लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है।


डीजीसीए की कार्रवाई

इस संकट के लिए डीजीसीए ने इंडिगो के संचालन प्रमुख और सीईओ को नोटिस जारी किया है। नोटिस में "योजना, निगरानी और संसाधन प्रबंधन में गंभीर चूक" का आरोप लगाया गया है और 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइन को निर्देश दिया है कि रविवार शाम तक सभी रद्द उड़ानों की टिकट राशि यात्रियों को वापस की जाए और अगले 48 घंटों में बैगेज से जुड़े सभी दावे निपटाए जाएं।


एयरपोर्ट पर स्थिति गंभीर

कई प्रमुख एयरपोर्ट्स पर स्थिति गंभीर बनी हुई है। दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में सबसे अधिक उड़ानें रद्द हुईं। दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट ने यात्रियों से अपील की है कि वे घर से निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करें। वहीं, मुंबई और हैदराबाद में यात्रियों की लंबी कतारें और शिकायतें लगातार आ रही हैं। दिल्ली, मुंबई, अमृतसर और चेन्नई में भी यात्रियों की भारी भीड़ के दृश्य सामने आए हैं, जहां लोग घंटों इंतज़ार कर रहे हैं।


पर्यटन पर असर

इस संकट का पर्यटन और सरकारी कार्यों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। राजस्थान का पीक टूरिस्ट सीज़न बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और दिसंबर-जनवरी की बुकिंग कैंसिल होने लगी हैं। कई पर्यटक अपनी यात्रा टालने पर मजबूर हैं। वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री, विधायक और अधिकारी नागपुर विधानसभा सत्र के लिए अब हवाई यात्रा के बजाय रेल, सड़क और प्राइवेट जेट के विकल्प तलाशने पर मजबूर हैं।


जांच समिति का गठन

डीजीसीए ने चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जो 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। इस बीच, एयरलाइन ने दावा किया है कि शनिवार तक उसने 1,500 उड़ानें संचालित की हैं और रविवार को 1,650 उड़ानों का लक्ष्य रखा है। ऑन-टाइम परफॉर्मेंस भी 30% से बढ़कर 75% तक पहुंचने की बात कही गई है। इसके साथ ही, 15 दिसंबर तक टिकट कैंसिलेशन और रि-शेड्यूलिंग पर पूरी छूट दी गई है।


राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि इंडिगो को जवाबदेह नहीं ठहराया जा रहा क्योंकि उसने चुनावी बांड के माध्यम से सत्ताधारी पार्टी को आर्थिक सहायता दी थी। उनका कहना है कि यह घटना दर्शाती है कि बड़ी कॉरपोरेट कंपनियाँ सरकार पर हावी होती जा रही हैं।


रेलवे और स्पाइसजेट का सहयोग

इस बीच, रेलवे ने भी दो विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है ताकि रद्द उड़ानों से प्रभावित यात्रियों को विकल्प मिल सके। स्पाइसजेट ने भी अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है ताकि एयर ट्रैफिक पर दबाव को कम किया जा सके। संकट के लगातार छठे दिन तक पहुंच जाने के बाद अब उम्मीद है कि 10 से 15 दिसंबर के बीच स्थिति सामान्य हो सकती है, जैसा कि एयरलाइन और मंत्रालय दोनों ने संकेत दिया है।