उत्तर कोरिया में हथियार उत्पादन में तेजी, किम जोंग उन का नया आदेश

ईरान-इजरायल संघर्ष का प्रभाव
ईरान-इजरायल युद्ध: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष ने न केवल मध्य पूर्व में तनाव को बढ़ाया है, बल्कि इसका प्रभाव अन्य क्षेत्रों में भी महसूस किया जा रहा है। इस बीच, उत्तर कोरिया में भी गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। ईरान के परमाणु स्थलों पर इजरायल के हवाई हमलों के बाद, तानाशाह किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया में हथियार निर्माण स्थलों का दौरा किया और गोला-बारूद के उत्पादन में वृद्धि का आदेश दिया।
बम और गोले बनाने के निर्देश
किम जोंग उन ने वर्तमान स्थिति को देखते हुए अधिकारियों को बम और गोले के उत्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया है। यह जानकारी उत्तर कोरिया की आधिकारिक मीडिया केसीएनए द्वारा दी गई है। 13 जून को, किम ने मेटल प्रेसिंग और असेंबली यूनिट का निरीक्षण किया और 2025 की पहली छमाही में गोला-बारूद के उत्पादन की प्रगति की समीक्षा की।
हथियार फैक्ट्रियों का आधुनिकीकरण
किम जोंग उन ने हथियार निर्माण स्थलों में ऑटोमेशन को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। उन्होंने निर्देश दिया कि शक्तिशाली गोले बनाने के लिए उत्पादन प्रक्रिया को और अधिक तर्कसंगत बनाया जाए। कारखानों को इस तरह से डिज़ाइन करने का आदेश दिया गया है कि मशीनों का उपयोग मानव श्रम से अधिक हो।
रूस के साथ संबंधों में मजबूती
किम जोंग उन पिछले कुछ महीनों से उत्तर कोरियाई सेना को सशक्त बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं। इस दौरान, उत्तर कोरिया और रूस के बीच संबंध भी मजबूत हो रहे हैं। मई में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया कि किम ने अब तक 20,000 से अधिक कंटेनरों में हथियार रूस को भेजे हैं।