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उत्तर भारत में मौसम में बदलाव: बारिश की संभावना

इस सप्ताह उत्तर भारत में मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने 30 से 31 जुलाई के बीच तेज बारिश की चेतावनी दी है। इसके साथ ही, 31 जुलाई के बाद मानसून में रुकावट की स्थिति बन सकती है, जिससे कुछ क्षेत्रों में बारिश में कमी आ सकती है। जानें किस क्षेत्र में कितनी बारिश होगी और इससे क्या प्रभाव पड़ेगा।
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उत्तर भारत में मौसम में बदलाव: बारिश की संभावना

मौसम का हाल

मौसम की जानकारी: इस सप्ताह उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कहीं तेज बारिश तो कहीं हल्की बूंदाबांदी हो रही है। मौसम प्रणाली में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन होने वाला है, जिसका प्रभाव पूरे उत्तर भारत में दिखाई देगा। दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे और रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, आज और कल यानी 30 से 31 जुलाई के बीच दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश और बूंदाबांदी की संभावना है। हालांकि, बुधवार के बाद बारिश की तीव्रता और दायरा कम हो जाएगा। तापमान में गिरावट आ सकती है और यह सप्ताह के बाकी दिनों में 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।


भारी बारिश की चेतावनी

उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण अगले 24 घंटों में राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है। 29 से 31 जुलाई के बीच राज्य के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। भरतपुर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, कोटपुतली, झुंझुनू, बीकानेर, और श्रीगंगानगर जैसे जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं। हालांकि, दक्षिणी राजस्थान के कुछ जिले जैसे प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ इस बारिश से बच सकते हैं।


राजस्थान में बारिश का हाल

यह ध्यान देने योग्य है कि इस बार राजस्थान में पहले ही सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है। पश्चिमी राजस्थान में 100% और पूर्वी राजस्थान में 97% बारिश दर्ज की गई है। ऐसे में जमीन पहले से ही नम है, और अतिरिक्त बारिश से नुकसान का खतरा बढ़ गया है।


मानसून में रुकावट

मानसून में रुकावट की संभावना

31 जुलाई के बाद देश में मानसून में रुकावट की स्थिति बन सकती है। इसका अर्थ है कि मानसून की रेखा हिमालय की तलहटी की ओर खिसक जाएगी। इससे दिल्ली, राजस्थान, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश में कमी आ सकती है, जबकि बिहार, उत्तर बंगाल, सिक्किम, और असम जैसे राज्यों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।


1 अगस्त के बाद का मौसम

1 अगस्त के बाद मौसम का हाल

दिल्ली और एनसीआर में बारिश मुख्यतः शाम या रात में होगी, जबकि दिन में मौसम सामान्यतः साफ रहेगा। तापमान कम बना रहेगा, जिससे 1 अगस्त के बाद मौसमी गतिविधियाँ धीमी पड़ जाएंगी। दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की संभावना कम रहेगी, हालांकि सामान्य या हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर भारत में सक्रिय बारिश का अगला चरण तब शुरू होगा जब बंगाल की खाड़ी से एक नया सिस्टम विकसित होकर अंदर की ओर बढ़ेगा।