एयर इंडिया विमान हादसे पर संसद की लोक लेखा समिति ने मांगा जवाब

एयर इंडिया से जवाब तलब
नई दिल्ली। अहमदाबाद विमान दुर्घटना के संदर्भ में संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने एयर इंडिया से स्पष्टीकरण मांगा है। मंगलवार को एयर इंडिया के उच्च अधिकारियों ने पीएसी के समक्ष अपनी बात रखी। इस दौरान एयर इंडिया ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें बताया गया कि ड्रीमलाइनर विमान विश्व के सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है। वर्तमान में, दुनिया भर में इसके 1100 विमान उड़ान भर रहे हैं। पीएसी के सदस्यों ने कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में हादसे की जांच रिपोर्ट के बारे में भी जानकारी मांगी। इसके साथ ही, पहलगाम हादसे के बाद श्रीनगर की उड़ानों के किराए में वृद्धि पर भी स्पष्टीकरण मांगा गया।
जांच रिपोर्ट और सुरक्षा प्रक्रिया
इस बीच, मंगलवार को विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने नागरिक विमानन मंत्रालय को अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी। एएआईबी अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के सहयोग से काम कर रहा है। उल्लेखनीय है कि 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की उड़ान एआई 171 टेकऑफ के तुरंत बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत पर गिर गई थी, जिसमें 260 लोगों की जान गई, जिनमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे। केवल एक यात्री इस दुर्घटना में बचा है। अंतिम जांच रिपोर्ट तीन महीने में आने की उम्मीद है, जबकि ब्लैक बॉक्स के डेटा का विश्लेषण जारी है.
सुरक्षा प्रक्रिया पर सवाल
पीएसी की बैठक में सांसदों ने एयर इंडिया की सुरक्षा प्रक्रियाओं पर अधिकारियों से सवाल किए। इस बैठक में नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की कार्यप्रणाली पर भी चर्चा हुई। हाल के दिनों में सुरक्षा में लापरवाही को लेकर चिंता व्यक्त की गई। पहलगाम आतंकी हमले के बाद हवाई किराए में वृद्धि पर भी समिति के सदस्यों ने सवाल उठाए। पीएसी के सदस्यों ने अहमदाबाद विमान हादसे की जांच के लिए गठित समिति के सदस्यों के चयन की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी मांगी।
बैठक में शामिल अधिकारी
पीएसी की बैठक में एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विल्सन कैंपबेल, नागरिक विमानन मंत्रालय के अधिकारी, डीजीसीए के प्रतिनिधि, एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इस बैठक में एयर इंडिया के अलावा इंडिगो, अकासा एयर और अन्य विमानन कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.