कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतों में बड़ी कटौती: जानें नए रेट्स

कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतों में कमी
कमर्शियल LPG सिलेंडर की नई कीमतें: तेल विपणन कंपनियों ने 1 जुलाई 2025 से 19 किलो के कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमत में ₹58.50 की कमी की घोषणा की है। अब दिल्ली में यह सिलेंडर ₹1,665 में उपलब्ध होगा, जिससे होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा और अन्य व्यावसायिक इकाइयों को राहत मिलेगी।
नई दरें मंगलवार से लागू हो गई हैं, जिसके तहत देश के प्रमुख शहरों में कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतें घट गई हैं। हालांकि, घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सिलेंडर की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
प्रमुख शहरों में नई कीमतें
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की वेबसाइट के अनुसार, विभिन्न शहरों में 19 किलो कमर्शियल LPG सिलेंडर की नई कीमतें इस प्रकार हैं:
दिल्ली: ₹1,723.50 से घटकर ₹1,665.00 - कटौती ₹58.50
कोलकाता: ₹1,826.00 से घटकर ₹1,769.00 - कटौती ₹57.00
मुंबई: ₹1,674.50 से घटकर ₹1,616.50 - कटौती ₹58.00
चेन्नई: ₹1,881.00 से घटकर ₹1,823.50 - कटौती ₹57.50
लगातार चौथे महीने कीमतों में कमी
यह चौथा महीना है जब कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतों में कमी की गई है।
जून में कीमतों में ₹24 की कमी आई थी।
मई में ₹14.50 प्रति सिलेंडर की कटौती हुई थी।
अप्रैल में यह कटौती ₹41 प्रति सिलेंडर रही थी।
इस ट्रेंड से स्पष्ट है कि तेल कंपनियां बाजार की स्थिति के अनुसार हर महीने कीमतों की समीक्षा कर रही हैं।
घरेलू सिलेंडर की कीमतों में स्थिरता
जहां कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें घट गई हैं, वहीं घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। घरेलू गैस सिलेंडर, जिसका उपयोग खाना पकाने के लिए किया जाता है, उसकी कीमतें इस बार स्थिर रखी गई हैं।
एलपीजी की कीमतों में कमी के कारण
एलपीजी की कीमतें हर महीने की पहली तारीख को तेल विपणन कंपनियों द्वारा निर्धारित की जाती हैं। ये बदलाव अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों, रुपये के मूल्य और वैश्विक बाजार की स्थिति के आधार पर तय होते हैं।
भारत में कुल एलपीजी खपत का लगभग 90% हिस्सा घरेलू उपयोग में आता है, जबकि 10% व्यावसायिक, औद्योगिक और वाहन क्षेत्र में प्रयोग होता है।
होटल और रेस्टोरेंट सेक्टर को मिली राहत
19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में आई यह कटौती विशेष रूप से होटल, रेस्टोरेंट, कैंटीन और ढाबा जैसे व्यवसायों के लिए राहत लेकर आई है। यह सेक्टर ईंधन पर भारी खर्च करता है और इस कटौती से उनके मासिक बजट पर सकारात्मक असर पड़ेगा।