कैसे अमीर लोग अपनी संपत्ति बढ़ाते हैं: सीए नितिन कौशिक के रहस्य

व्यापार समाचार:
क्या आपने कभी सोचा है कि अमीर लोग लगातार अपनी संपत्ति कैसे बढ़ाते हैं, जबकि आम लोग कर्ज और महंगाई के बोझ तले दबे रहते हैं? सीए नितिन कौशिक ने इस विषय पर एक महत्वपूर्ण रहस्य साझा किया है, जो शायद ही कभी चर्चा में आता है। उनका कहना है कि यह तरीका इतना सरल है कि कोई भी इसे अपनाकर अमीर बन सकता है।
संपत्ति खरीदें, देनदारियों से बचें
कौशिक के अनुसार, आम लोग अपनी कमाई को खर्च करते हैं और फिर बचत को फिक्स्ड डिपॉजिट में रखते हैं, जहां रिटर्न महंगाई को मुश्किल से मात देता है। इसके विपरीत, धनी परिवार रियल एस्टेट, स्टॉक्स, व्यवसाय या कला में निवेश करते हैं, जिनकी कीमत तेजी से बढ़ती है।
उदाहरण के लिए, 2000 में खरीदा गया 1 करोड़ का फ्लैट आज 5 करोड़ से अधिक का हो सकता है। यह कंपाउंडिंग की शक्ति है। अमीर परिवार कैश में बचत करने या कम ब्याज वाले खातों में पैसे रखने के बजाय ऐसे निवेश करते हैं, जो समय के साथ उनकी संपत्ति को बढ़ाते हैं।
बेचने के बजाय उधार लेना
कौशिक बताते हैं कि मध्यम वर्ग संपत्ति बेचकर 20% कैपिटल गेन टैक्स चुकाता है, जबकि धनी लोग संपत्ति के बदले लोन लेते हैं, जो आय नहीं माना जाता और इसलिए टैक्स-फ्री रहता है।
उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 10 करोड़ की संपत्ति है, तो आप 8% ब्याज पर 4 करोड़ का लोन ले सकते हैं। इससे आपके हाथ में बिना टैक्स के कैश आ जाएगा और आपकी संपत्ति की कीमत भी बढ़ती रहेगी।
संपत्ति के मालिक होने के फायदे
कौशिक का कहना है कि बढ़ती संपत्तियों के मालिक होने से आपको उधार लेने का विकल्प मिलता है। उदाहरण के लिए, 50 करोड़ की संपत्ति वाला व्यक्ति अपने निवेश को बेचने के बजाय 10 करोड़ उधार ले सकता है।
अगर आपकी 50 करोड़ की संपत्ति एक दशक में 10% की सालाना वृद्धि करती है, तो यह 50 करोड़ से बढ़कर 130 करोड़ हो सकती है।
क्या आम लोग इसे अपना सकते हैं?
कौशिक का मानना है कि यह रणनीति सभी के लिए है। डॉक्टर, उद्यमी, या मकान मालिक होम लोन या बिजनेस लोन लेकर ऐसा कर रहे हैं। इसके लिए भारी धन की आवश्यकता नहीं है, बस तीन चीजों की जरूरत है: मूल्यवृद्धि वाली संपत्ति, स्मार्ट टैक्स प्लानिंग और धैर्य।
कौशिक अंत में कहते हैं कि ज्यादातर लोगों को बताया जाता है कि कमाओ, बचाओ और रिटायर हो जाओ, जबकि अमीर लोग खरीदने, उधार लेने और फिर मरने का फॉर्मूला अपनाते हैं।