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क्या RBI की मौद्रिक नीति में होगा बदलाव? जानें 5 दिसंबर को क्या होगा फैसला

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक 3 से 5 दिसंबर तक चल रही है। इस दौरान रेपो रेट में संभावित बदलाव पर चर्चा की जाएगी। एसबीआई रिसर्च के अनुसार, मौजूदा आर्थिक स्थिति कटौती की संभावना को कम कर रही है, लेकिन कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि गिरती मुद्रास्फीति के चलते मामूली कटौती संभव है। 5 दिसंबर को अंतिम निर्णय की घोषणा की जाएगी, जिससे लोन और EMI पर राहत की उम्मीद करने वालों की नजरें टिकी हैं।
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क्या RBI की मौद्रिक नीति में होगा बदलाव? जानें 5 दिसंबर को क्या होगा फैसला

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक


नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिवसीय बैठक आज से शुरू हो गई है, जो 3 दिसंबर से 5 दिसंबर तक चलेगी। इस बैठक की अध्यक्षता आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा करेंगे। इस दौरान रेपो रेट में संभावित बदलाव पर चर्चा की जाएगी, और सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या ब्याज दरों में कोई परिवर्तन होगा।


आर्थिक स्थिति और रेपो रेट

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एसबीआई रिसर्च ने बताया है कि मौजूदा आर्थिक हालात रेपो रेट में कटौती की संभावना को कम कर रहे हैं। फिर भी, कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि घटती मुद्रास्फीति के कारण आरबीआई मामूली कटौती पर विचार कर सकता है।


एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में क्या कहा गया?


रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि पहले 25 आधार अंकों की कटौती की संभावना थी, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यह संभावना अब कम हो गई है।


मुख्य कारण:



  • जुलाई से सितंबर तिमाही में GDP ग्रोथ मजबूत रही है।


  • देश की आर्थिक स्थिति स्थिर और सकारात्मक दिशा में है।


  • कई वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं भी अपने रेपो रेट को स्थिर रख रही हैं।


  • इन सभी कारणों से रिपोर्ट का अनुमान है कि RBI इस समय कोई बदलाव नहीं करेगा।



मुद्रास्फीति में गिरावट का प्रभाव

दूसरी ओर, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों ने बताया है कि अक्टूबर में देश की मुद्रास्फीति 0.3% पर पहुंच गई है, जो पिछले 10 वर्षों में सबसे कम है। यह आरबीआई के 4% के लक्ष्य से काफी कम है। रिपोर्ट के अनुसार, यदि महंगाई और मजबूत GDP ग्रोथ को ध्यान में रखा जाए, तो RBI 0.25% की कटौती की घोषणा कर सकता है। यह उन लोगों के लिए राहत की उम्मीद है जो लोन और EMI में कमी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।


अंतिम निर्णय 5 दिसंबर को

आरबीआई 5 दिसंबर को मौद्रिक नीति समीक्षा का परिणाम जारी करेगा। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि क्या RBI बढ़ती विकास दर और गिरती मुद्रास्फीति को देखते हुए राहत देगा या मौजूदा दरों को बनाए रखेगा।