खालसा कॉलेज में महिलाओं के लिए फूड प्रोसेसिंग कार्यशाला का आयोजन

महिलाओं के कौशल विकास के लिए कार्यशाला
अमृतसर/दीपक मेहरा : खालसा कॉलेज के खालसा ग्लोबल रीच स्किल डेवलपमेंट सेंटर ने समाज की जरूरतमंद महिलाओं को व्यावहारिक कौशल से सशक्त बनाने के लिए फूड प्रोसेसिंग पर 'लाइफ लॉन्ग लर्निंग' कार्यक्रम के अंतर्गत चार दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आत्म सिंह रंधावा के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कमजोर वर्ग की महिलाओं के कौशल विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में खालसा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. महल सिंह ने कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया, विशेषकर उन महिलाओं के लिए जो आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं। प्राचार्य डॉ. रंधावा ने कहा कि समाज में जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आवश्यक हैं।
विकास केंद्र के निदेशक डॉ. अजय सहगल ने खालसा ग्लोबल रीच कौशल विकास केंद्र के तहत चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. गुरशरण कौर ने गणमान्य व्यक्तियों और कार्यशाला में भाग लेने वाली महिलाओं का स्वागत करते हुए बताया कि इस चार दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभागियों को फ्रूट स्क्वैश, मिक्स फ्रूट जैम, फ्रूट चटनी और सिरप बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
सह-समन्वयक डॉ. संदीप सिंह, डॉ. लवलीन कौर और कंचन ने भी प्रतिभागियों को विभिन्न खाद्य उत्पादों के निर्माण में मार्गदर्शन किया। इस कार्यक्रम में 65 से अधिक महिलाओं ने पंजीकरण कराया। इस अवसर पर डॉ. तमिंदर सिंह, डॉ. दलजीत सिंह, प्रो. सतनाम सिंह सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख भी उपस्थित थे।