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गुरुग्राम में प्रदूषण नियंत्रण के लिए नई कार्य योजना का ऐलान

गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए नगर निगम ने एक नई कार्य योजना की घोषणा की है। इस योजना में परिवहन, निर्माण गतिविधियों, और कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है। आयुक्त प्रदीप दहिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न विभागों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। योजना के तहत सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने, सड़क धूल नियंत्रण, और जन जागरूकता अभियानों पर जोर दिया जाएगा। जानें इस योजना के प्रमुख पहलुओं के बारे में।
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गुरुग्राम में प्रदूषण नियंत्रण के लिए नई कार्य योजना का ऐलान

गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सुधारने की पहल


गुरुग्राम समाचार - गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता में सुधार और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम के आयुक्त प्रदीप दहिया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 2025-26 के लिए वार्षिक कार्य योजना पर चर्चा की गई और विभिन्न विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।


यह योजना केंद्र सरकार और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार तैयार की गई है। इसमें परिवहन, निर्माण गतिविधियों, सड़क धूल नियंत्रण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, हरित आवरण बढ़ाने और जन जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है। योजना के तहत सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने पर जोर दिया गया है, जिसमें ई-बसों और सीएनजी बसों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।


निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के लिए कड़े नियम


सड़क धूल को वायु प्रदूषण का एक प्रमुख कारण मानते हुए, मैकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग मशीनों और पानी के छिड़काव का उपयोग किया जाएगा। 2026 तक 300 सड़कों को धूल-मुक्त बनाने और लगभग 3500 किलोमीटर सड़कों की नियमित सफाई सुनिश्चित करने का लक्ष्य है। निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के लिए कड़े प्रावधान भी किए गए हैं।


नए प्रसंस्करण संयंत्रों की योजना बनाई गई है, जिससे अवैध डंपिंग पर रोक लगेगी। बंधवाड़ी डंप साइट पर पड़े पुराने कचरे के निपटान के लिए चरणबद्ध योजना बनाई गई है। लक्ष्य है कि मार्च 2028 तक डंप साइट को पूरी तरह साफ किया जाए।


जागरूकता अभियान के तहत स्कूलों, आरडब्ल्यूए, और नागरिक समूहों के माध्यम से नागरिकों को स्वच्छ हवा के प्रति जिम्मेदार बनाने की योजना है। बैठक में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम की संख्या बढ़ाने और सभी विभागों के समन्वय से काम करने पर जोर दिया गया।