गेहूं की कीमतों में वृद्धि: किसानों को मिल रहा लाभ

गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी
गेहूं की कीमतों में वृद्धि। गेहूं का नया सीजन लगभग आधा हो चुका है, और हर दिन इसकी कीमतें बढ़ती जा रही हैं। सरकार ने 2425 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं खरीदने का लक्ष्य लगभग पूरा कर लिया है।
किसानों को मंडियों में एमएसपी में वृद्धि और बोनस का लाभ मिल रहा है, जिससे वे सीधे व्यापारियों को गेहूं बेचकर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। कई राज्यों की मंडियों में गेहूं के दाम एमएसपी से ऊपर चल रहे हैं।
राजस्थान और मध्य प्रदेश में गेहूं की कीमतें
राजस्थान और मध्य प्रदेश में गेहूं की कीमतें -
राजस्थान में सरकारी खरीद कई स्थानों पर पूरी हो चुकी है, जबकि कुछ मंडियों में किसानों से गेहूं खरीदने की अपील की जा रही है। यहां सरकार द्वारा 150 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस दिया जा रहा है, जबकि मध्य प्रदेश में यह 175 रुपये है। इससे किसानों को 2575 से 2600 रुपये प्रति क्विंटल तक गेहूं बेचने का अवसर मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश में गेहूं की कीमतें
उत्तर प्रदेश में गेहूं की कीमतें -
उत्तर प्रदेश में किसानों को 2450 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं बेचने का अवसर मिल रहा है। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अधिकतम खरीद सुनिश्चित की है।
केंद्र सरकार ने इस सीजन के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जिसका लाभ किसान उठा रहे हैं। कई मंडियों में गेहूं की गुणवत्ता के अनुसार दाम भिन्न हैं।
हरियाणा और पंजाब में गेहूं की कीमतें
हरियाणा और पंजाब में गेहूं की कीमतें -
हरियाणा और पंजाब में गेहूं की कीमतें 2450 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास हैं, जबकि अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के दाम 2500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच रहे हैं। किसान मंडियों के अलावा सीधे व्यापारियों को भी गेहूं बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
अधिकतर राज्यों में सरकारी खरीद का कार्य 30 जून तक पूरा होने की उम्मीद है, और किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि खरीद प्रक्रिया में कोई समस्या न आए।