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गोल्ड लोन: भारतीय अर्थव्यवस्था में नया बदलाव

गोल्ड लोन ने भारतीय बाजार में एक नई दिशा ली है, जहां लोग अपनी भावनात्मक संपत्ति को सुरक्षित रखते हुए आर्थिक जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। स्टार्टअप InvestYadnya के संस्थापक परिमल अडे के अनुसार, सोने की बढ़ती कीमतों और RBI की उदार नीतियों के चलते गोल्ड लोन का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। बैंकों द्वारा प्रतिस्पर्धात्मक ब्याज दरों के साथ, यह वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जानें इस बदलाव के पीछे के कारण और इसके प्रभावों के बारे में।
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गोल्ड लोन: भारतीय अर्थव्यवस्था में नया बदलाव

गोल्ड लोन का महत्व

गोल्ड लोन: भारत में सोना केवल एक धातु नहीं, बल्कि यह भावनाओं और परंपराओं का प्रतीक है। हाल के समय में, यह 'इमोशनल एसेट' आर्थिक आवश्यकताओं का एक महत्वपूर्ण साधन बन गया है। स्टार्टअप InvestYadnya के संस्थापक परिमल अडे के अनुसार, देश में गोल्ड लोन बाजार ने अभूतपूर्व वृद्धि देखी है, जो अब ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में फैल चुकी है। लोग अब सोने को बेचने के बजाय उससे आय उत्पन्न करने के तरीके सीख रहे हैं।


सोने की कीमतों का प्रभाव

परिमल अडे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया कि जब सोने की कीमतें बढ़ती हैं, तो भारतीय इसे बेचने के बजाय इसके लाभ का उपयोग करते हैं। पारंपरिक रूप से, लोग जरूरत पड़ने पर अपने गहने बेच देते थे, लेकिन अब गोल्ड लोन के माध्यम से वे अपनी भावनात्मक संपत्ति को सुरक्षित रखते हुए नकद प्राप्त कर रहे हैं।


गोल्ड लोन में वृद्धि के कारण

गोल्ड लोन में उछाल की दो बड़ी वजहें

अडे के अनुसार, इस वृद्धि के पीछे दो मुख्य कारण हैं: पहले, तेजी से बढ़ती सोने की कीमतें, जिसने गिरवी रखे सोने के मूल्य को कई गुना बढ़ा दिया है। दूसरे, RBI की उदार नीतियां, जिनके तहत बैंकों और NBFCs को गोल्ड के बदले कर्ज देने में अधिक लचीलापन मिला है। इन कारणों से लोग अब छोटे समय के लिए कर्ज लेकर अपने व्यवसाय, चिकित्सा या व्यक्तिगत जरूरतें पूरी कर रहे हैं।


बैंकों की प्रतिस्पर्धा

बैंक दे रहे हैं सस्ते ब्याज पर लोन

गोल्ड लोन की मांग में वृद्धि के साथ, बैंकों ने भी प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है। अडे ने बताया कि विभिन्न बैंकों द्वारा गोल्ड लोन पर ब्याज दरें इस प्रकार हैं: PNB 8.35%, Bank of India 8.60%, Indian Bank 8.75%, Canara Bank 8.90%, Kotak Mahindra 9.00%, ICICI 9.15%, HDFC 9.30%, Bank of Baroda 9.40%, Union Bank 9.65% और SBI 10% सालाना दर पर गोल्ड लोन प्रदान कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, ₹1 लाख के लोन पर एक साल के लिए EMI लगभग ₹8,700 प्रति माह से शुरू हो सकती है।


गोल्ड लोन का विकास

अनौपचारिक से मुख्यधारा की ओर बदलाव

भारत में गोल्ड लोन पहले ज्यादातर अनौपचारिक उधार बाजारों तक सीमित था, जैसे साहूकार या स्थानीय वित्त संस्थान। लेकिन अब बैंकिंग क्षेत्र की पहुंच और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने इसे मुख्यधारा का हिस्सा बना दिया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल लोगों को अपनी संपत्ति का सही उपयोग करने का अवसर मिला है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था में भी एक नया प्रवाह जोड़ रहा है। परिमल अडे ने कहा, 'अब समय है कि हम कहें 'Sell your gold' नहीं, 'Make your gold work for you'।