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चांदी की कीमतों में भारी गिरावट: जानें कारण और बाजार की स्थिति

सोमवार को चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिसमें एक ही दिन में 21,000 रुपये की गिरावट आई। सुबह चांदी ने 2.54 लाख रुपये का रिकॉर्ड स्तर पार किया, लेकिन कुछ घंटों में ही यह गिरकर 2,33,120 रुपये पर आ गई। इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण मुनाफा निकालना और रूस-यूक्रेन शांति वार्ता की खबरें हैं। हालांकि, इस साल चांदी ने निवेशकों को 180 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। जानें और क्या है इस गिरावट का असर।
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चांदी की कीमतों में भारी गिरावट: जानें कारण और बाजार की स्थिति

चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक उतार-चढ़ाव

मुंबई: सोमवार को वायदा बाजार (MCX) में चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व उतार-चढ़ाव देखने को मिला। निवेशकों ने एक ही दिन में चांदी की कीमतों में तेजी और गिरावट दोनों का अनुभव किया। सुबह के समय चांदी ने 2.54 लाख रुपये का स्तर पार किया, जो एक नया रिकॉर्ड था, लेकिन यह खुशी लंबे समय तक नहीं टिक सकी। कुछ घंटों के भीतर ही चांदी की कीमतों में 21,000 रुपये से अधिक की गिरावट आई, जिसने निवेशकों को चिंतित कर दिया।


तीन घंटे में 8 प्रतिशत की गिरावट

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के आंकड़ों ने सभी को चौंका दिया। सुबह 9 बजे बाजार खुलते ही चांदी की कीमत में 14,000 रुपये का जबरदस्त उछाल आया, जिससे यह 2,54,174 रुपये प्रति किलोग्राम के अपने 'लाइफ टाइम हाई' पर पहुंच गई। हालांकि, इसके बाद बिकवाली का दौर शुरू हुआ और करीब 12:20 बजे तक चांदी की कीमत 8 प्रतिशत गिरकर 2,33,120 रुपये पर आ गई। इस प्रकार, महज तीन घंटे में कीमत में 21,000 रुपये की कमी आई। दोपहर तक बाजार में थोड़ी रिकवरी देखी गई, लेकिन दबाव बना रहा।


गिरावट के पीछे के कारण

चांदी की कीमतों में अचानक आई गिरावट के पीछे मुख्य रूप से तीन कारण माने जा रहे हैं। सबसे पहले, जब कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचीं, तो निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया, जिससे भारी बिकवाली का दबाव बना। दूसरा, रूस-यूक्रेन शांति वार्ता की खबरें आईं, जिससे निवेशकों को सुरक्षित संपत्तियों की मांग में कमी आई। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच सार्थक बातचीत की खबरें आई हैं, जिससे युद्ध के तनाव में कमी आने की उम्मीद जगी है।


अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी गिरावट

भारतीय बाजार की तरह अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में गिरावट आई। सोमवार को वैश्विक बाजार में चांदी की कीमत 80 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गई थी, लेकिन शांति वार्ता की खबरों के बाद मुनाफावसूली के चलते कीमतें 75 डॉलर प्रति औंस से भी नीचे आ गईं। भू-राजनीतिक तनाव में कमी के संकेतों ने बुलियन मार्केट की चमक को प्रभावित किया है।


गिरावट के बावजूद निवेशकों को लाभ

हालांकि चांदी में आज बड़ी गिरावट आई है, लेकिन आंकड़ों के अनुसार, यह साल निवेशकों के लिए 'सोने का अंडा' देने वाली धातु साबित हुई है। मौजूदा गिरावट के बावजूद, चांदी ने इस साल निवेशकों को 180 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। केवल इस महीने की बात करें तो चांदी ने लगभग 40 प्रतिशत का मुनाफा कमाया है। विशेषज्ञों के अनुसार, औद्योगिक मांग में वृद्धि और सप्लाई में कमी के कारण चांदी का लॉन्ग टर्म आउटलुक मजबूत बना हुआ है।