जींद में सड़क सुधार के लिए डीसी की बैठक, 156 किलोमीटर पर पेचवर्क का अनुमान

सड़क सुधार की दिशा में उठाए गए कदम
जींद में वाहन चालकों के लिए यात्रा को और सुगम बनाने के उद्देश्य से, डीसी मोहम्मद इमरान रज्जा ने अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि बरसात के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों को शीघ्र दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान कुछ स्थानों पर सड़कें खराब हो सकती हैं, इसलिए सड़क तंत्र को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को तत्पर रहना चाहिए।
इस बैठक से पहले, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सभी उपायुक्तों के साथ एक वर्चुअल बैठक की, जिसमें उन्होंने बरसात के कारण टूटने वाली सड़कों की स्थिति की जानकारी ली और उन्हें जल्द से जल्द मरम्मत के निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि जिले में सड़क सुधार कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जा रहे हैं।
156 किलोमीटर पर पेचवर्क का अनुमान
जिले में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत लगभग 780 किलोमीटर सड़कें हैं, जिनमें से 156 किलोमीटर पर पेचवर्क का अनुमान लगाया गया है। इसके लिए वर्क ऑर्डर जल्द जारी किया जाएगा। एचएसएमबी की 15 किलोमीटर की नौ सड़कें भी हैं, जिनकी अनुमानित लागत तय कर ली गई है। एचएसआईडीसी के नरवाना उपमंडल में लगभग 5.5 किलोमीटर लंबी सड़कें हैं, जिन पर पेंच वर्क का कार्य चल रहा है।
निर्देशित विभागों की जिम्मेदारियां
डीसी ने लोक निर्माण विभाग, नगर निकाय, एसएसवीपी, एनएचएआई और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सड़कें मोटरेबल स्थिति में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे उगी झाड़ियों को तुरंत हटाया जाए और पुलों के पास सभी लिंग रोड को दुरुस्त किया जाए ताकि आवागमन में कोई परेशानी न हो।
सड़क तंत्र को मजबूत करने के लिए ऐसी योजनाएं बनाई जाएं कि जिन मार्गों पर पानी भरता है, वहां भविष्य में ऐसी समस्याएं न आएं। जहां ड्रेन बनाने की आवश्यकता है, वहां ड्रेन बनाई जाए और जिन सड़कों पर पानी खड़ा हो जाता है, उन्हें ऊंचा किया जाए।
उन्होंने गुणवत्ता और समय का विशेष ध्यान रखने की बात कही और अधिकारियों को निर्माण सामग्री की नियमित जांच करने के लिए कहा। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा और आवश्यकता अनुसार विशेष मरम्मत भी की जाएगी।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस बैठक में एडीसी विवेक आर्य, डीएमसी सुरेंद्र दूहन, कार्यकारी अभियंता सतीश गर्ग, आरके नैन और विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल थे।