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टाटा समूह के प्रमुख ने एयर इंडिया विमान हादसे पर व्यक्त किया दुख

गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे ने टाटा समूह को गहरे सदमे में डाल दिया है। 241 लोगों की जान जाने के बाद, समूह के प्रमुख नटराजन चंद्रशेखरन ने एक भावुक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस घटना को समूह के इतिहास का सबसे काला दिन बताया। उन्होंने जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता बताया। इस त्रासदी के कारणों को स्पष्ट करने का वादा भी किया गया है।
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टाटा समूह के प्रमुख ने एयर इंडिया विमान हादसे पर व्यक्त किया दुख

एयर इंडिया विमान हादसे का दुखद समाचार

गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना ने टाटा समूह को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस घटना में 241 लोगों की जान गई, और टाटा समूह के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने अपने सहकर्मियों के लिए एक भावुक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस दुखद घटना को समूह के इतिहास का सबसे काला दिन बताया है।


“अकल्पनीय त्रासदी”


नटराजन चंद्रशेखरन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “कल जो हुआ, वह समझ से परे है और हम सभी गहरे सदमे में हैं। किसी एक परिचित को खोना भी एक त्रासदी है, लेकिन इतने सारे लोगों का एक साथ चले जाना असहनीय है। यह टाटा समूह के इतिहास का सबसे काला दिन है। इस समय शब्द सांत्वना नहीं दे सकते, लेकिन मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है या जो घायल हुए हैं। हम उनके साथ हैं।”




जांच में पूर्ण सहयोग


चंद्रशेखरन ने बताया कि पिछले 24 घंटों में भारत, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका की जांच टीमें अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं। उन्होंने कहा, “उन्हें हमारा पूरा सहयोग मिलेगा, और हम जांच के निष्कर्षों में पूरी पारदर्शिता बनाए रखेंगे। यह पारदर्शिता पीड़ितों के परिवारों, हमारे पायलटों, चालक दल और सभी के प्रति हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने यह भी वादा किया कि सत्यापित तथ्यों के आधार पर इस त्रासदी के कारणों को स्पष्ट रूप से साझा किया जाएगा।


लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि


टाटा समूह ने 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था, और चंद्रशेखरन ने यह स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। “जब हमने एयर इंडिया को अपने अधीन लिया, तो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा पहला और सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य था। इसमें कोई समझौता नहीं किया गया।” यह बयान टाटा समूह की विश्वसनीयता और जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।