डेंगू और मलेरिया के मामलों में तेजी से वृद्धि, स्वास्थ्य विभाग की तैयारी

पानीपत में डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं
पानीपत समाचार । इस वर्ष बरसात का मौसम जल्दी शुरू होने और लंबे समय तक चलने के कारण डेंगू और मलेरिया के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले वर्ष की तुलना में, जुलाई और अगस्त में डेंगू के मामलों में पांच गुना और मलेरिया के मामलों में तीन गुना वृद्धि देखी गई है। 2024 में इन दो महीनों में केवल 3 डेंगू के मामले सामने आए थे, जबकि इस वर्ष यह संख्या 15 तक पहुँच गई है, जिससे डेंगू के मामलों में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
डेंगू और मलेरिया के लक्षण और बचाव
मलेरिया के संदर्भ में, 2024 के जुलाई और अगस्त में कोई मामला नहीं था, लेकिन इस बार 3 मामले सामने आए हैं, जिससे मलेरिया में 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसका मुख्य कारण मच्छरों का बढ़ता प्रकोप है। पानी की निकासी की कमी और सफाई की स्थिति में सुधार न होने के कारण यह समस्या बढ़ रही है। इसके लक्षणों में ठंड लगना, सिरदर्द, थकान, कमजोरी, पसीना आना, मांसपेशियों में दर्द, मतली, उल्टी, पीलिया और एनीमिया शामिल हैं।
डेंगू के लक्षण
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, थकान, कमजोरी, मतली, उल्टी, मसूड़ों से खून आना, त्वचा पर छोटे लाल धब्बे और तेज पेट दर्द शामिल हैं।
बचाव के उपाय
घर और आस-पास की सफाई बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। पानी जमा होने वाले स्थानों जैसे गमलों, कूलरों और टायरों को नियमित रूप से साफ करना चाहिए। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी, रेपेलेंट का उपयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
बढ़ते मामलों का कारण
नोडल अधिकारी डॉ. सुनील संदूजा ने बताया कि बारिश के जल्दी आने के कारण मामलों में वृद्धि हो रही है। आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य निरीक्षक गांव-गांव जाकर डेंगू और मलेरिया की जांच कर रहे हैं। डेंगू की एनएस-1 जांच केवल सिविल अस्पताल की लैब में की जाती है। इस वर्ष अब तक 1600 लोगों की जांच की जा चुकी है। इसके अलावा, फीवर सर्वे भी चलाया जा रहा है, जिसमें लोगों के रक्त सैंपल लेकर जांच की जा रही है।