डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के साथ की ऐतिहासिक व्यापार डील, जानें इसके फायदे

अमेरिका और जापान के बीच ऐतिहासिक व्यापार समझौता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के साथ एक महत्वपूर्ण व्यापार समझौते की घोषणा की है, जिसे उन्होंने 'अब तक की सबसे बड़ी ट्रेड डील' कहा है। इस समझौते के तहत, जापान अमेरिका में लगभग 550 अरब डॉलर का निवेश करेगा और 15% रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने पर सहमत हुआ है। ट्रंप ने इसे अमेरिका के लिए अत्यंत लाभकारी बताते हुए कहा कि इससे लाखों नई नौकरियों का सृजन होगा और कुल लाभ का 90 प्रतिशत अमेरिका को प्राप्त होगा।
15% रेसिप्रोकल टैरिफ का महत्व
ट्रंप ने बताया कि इस समझौते से अमेरिका को जापानी बाजारों में कार, ट्रक, चावल और अन्य कृषि उत्पादों के लिए बेहतर पहुंच मिलेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि टोक्यो अब 15% रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करेगा, जो उनकी सरकार की लंबे समय से चली आ रही मांग थी। ट्रंप ने इसे अपनी नेतृत्व क्षमता का एक उदाहरण बताया और कहा कि यह डील विशेष रूप से उनके निर्देशों पर हुई।
अमेरिका फर्स्ट नीति का हिस्सा
यह समझौता ट्रंप प्रशासन की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है, जो देशहित में द्विपक्षीय व्यापार सौदों को प्राथमिकता देती है। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि जापान अब अपने बाजार को अमेरिकी व्यापार और अन्य क्षेत्रों के लिए और अधिक खोलेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत बने रहेंगे.
डील में चावल का मुद्दा
इस डील में चावल एक महत्वपूर्ण मुद्दा था। ट्रंप ने जापान की आलोचना करते हुए कहा था कि वह अमेरिकी चावल नहीं खरीदता, जबकि खुद के पास भारी कमी है। अमेरिकी आंकड़ों के अनुसार, जापान ने 2023 में 298 मिलियन डॉलर और 2024 की शुरुआत में 114 मिलियन डॉलर का अमेरिकी चावल खरीदा है.
समझौते की प्रक्रिया
हालांकि, पहले यह डील कठिनाई भरी लग रही थी। जून में ट्रंप ने कहा था कि जापानी पक्ष बातचीत में सख्त है, लेकिन अब उन्होंने बताया कि हालात बेहतर हो चुके हैं और समझौता सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।