थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में संभावित वृद्धि, वाहन मालिकों पर पड़ेगा असर
आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में 18-25% की वृद्धि का प्रस्ताव है, जो वाहन मालिकों के लिए एक नई चुनौती बन सकता है। सड़क परिवहन मंत्रालय इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है, जो चार वर्षों में पहली बार है। बीमा कंपनियों के दबाव और बढ़ती दावा लागत के कारण यह वृद्धि आवश्यक बताई जा रही है। जानें इस प्रस्तावित वृद्धि के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
Jun 23, 2025, 12:04 IST
| थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में वृद्धि का प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क: वाहन मालिकों को आने वाले वर्षों में थर्ड पार्टी बीमा के लिए अधिक खर्च करने की संभावना है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए प्रीमियम में 18-25% की वृद्धि का प्रस्ताव विचाराधीन है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) द्वारा सुझाए गए प्रीमियम संशोधनों की समीक्षा कर रहा है। यह चार वर्षों में पहली बार है जब इस तरह के बदलाव पर चर्चा की जा रही है।प्रस्ताव के अनुसार, थर्ड पार्टी मोटर बीमा प्रीमियम में औसतन 18% की वृद्धि की संभावना है, जबकि कुछ विशेष वाहन श्रेणियों के लिए यह बढ़ोतरी 25% तक हो सकती है। मंत्रालय की ओर से इस पर अंतिम निर्णय जल्द ही आने की उम्मीद है।
मोटर वाहन अधिनियम के तहत, सभी वाहनों के लिए थर्ड पार्टी बीमा अनिवार्य है, जो किसी तीसरे पक्ष को हुई दुर्घटना, चोट, विकलांगता या मृत्यु के लिए मुआवजा प्रदान करता है। यह वृद्धि ऐसे समय में प्रस्तावित की जा रही है जब पिछले महत्वपूर्ण बदलाव 2013 से 2018 के बीच किए गए थे, और इसके बाद 2019 से 2025 तक मामूली 2-3% की वृद्धि की गई थी।
IRDAI का यह कदम बीमा कंपनियों के दबाव के चलते आया है, जहां बढ़ती दावा लागत और मुद्रास्फीति के कारण उनका मार्जिन घट रहा है। हालांकि, थर्ड पार्टी बीमा के लिए शुद्ध दावा अनुपात वित्त वर्ष 2023 और 2024 के दौरान लगभग 82% पर स्थिर रहा, लेकिन यह पिछले कुछ वर्षों में बढ़कर 88% और 91% तक पहुंच गया है। बीमा कंपनियों का कहना है कि वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए इस वृद्धि की आवश्यकता है, खासकर दुर्घटनाओं से जुड़े मुआवजों में वृद्धि को देखते हुए।
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के एमडी और सीईओ संजीव मंत्री ने मार्च 2025 में निवेशकों से बातचीत के दौरान इस संभावना का संकेत दिया था कि आगामी वित्तीय वर्ष में प्रीमियम में बदलाव हो सकता है। न्यू इंडिया एश्योरेंस और गो डिजिट जैसी कंपनियों ने पहले ही बढ़ते दावों के बोझ का सामना किया है, जिसमें Q3 FY25 के दौरान क्रमशः 102% और 65% तक का दावा अनुपात देखा गया है।
यह प्रस्तावित वृद्धि सभी प्रकार के वाहनों, जैसे दोपहिया, निजी कारों और वाणिज्यिक वाहनों पर लागू हो सकती है। उदाहरण के लिए, छोटी कारों (1,000 सीसी तक) के लिए मौजूदा थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम 2,100 रुपये से बढ़कर 2,500 रुपये हो सकता है, जबकि मध्य आकार की कारों (1,000-1,500 सीसी) के लिए यह प्रीमियम 3,400 रुपये से बढ़कर 4,000 रुपये हो सकता है।