नूंह में नाले में डूबने से बच्चे की मौत, सुरक्षा की कमी पर उठे सवाल

नाले में डूबने से हुई दुर्घटना
नूंह में हुई एक दुखद घटना में, एक ढाई वर्षीय बच्चे की नाले में डूबने से जान चली गई। यह नाला एचएसआईआईडीसी द्वारा खोदा गया था, और इसके चारों ओर सुरक्षा के लिए कोई बाड़ नहीं थी। बारिश के कारण नाले में पानी भर गया था। शिकायतकर्ता जुनेद ने बताया कि उनका भांजा अर्थ (2.5 वर्ष), जो राजस्थान के बेरतल जिले के फलसा गांव का निवासी था, उनके पास रह रहा था। वह बुधवार दोपहर लगभग 3 बजे से लापता था और रात 8:30 बजे उसे नाले में डूबा हुआ पाया गया।
सुरक्षा उपायों की कमी पर सवाल
ग्रामीणों ने एचएसआईआईडीसी से सुरक्षा उपायों की मांग की थी। शिकायतकर्ता के अनुसार, एचएसआईआईडीसी ने लगभग दो महीने पहले 10-12 फुट गहरा नाला खोदा था। स्थानीय निवासियों ने कई बार अधिकारियों से नाले के चारों ओर तार-फेंसिंग या टीन लगाने की अपील की थी, ताकि बच्चों और जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
बारिश के कारण नाले में पानी बढ़ने से यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने बच्चे को नाले से बाहर निकाला और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नूंह सरकारी अस्पताल भेज दिया है। मृतक के मामा ने रोजका मेव थाने में एचएसआईआईडीसी और ठेकेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।