नोएडा की आर्थिक प्रगति: प्रति व्यक्ति आय में रिकॉर्ड वृद्धि

उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति में बदलाव
उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है, जिसका प्रमुख उदाहरण गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) है। अब यह क्षेत्र न केवल आईटी और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि आय के मामले में भी यूपी का सबसे आगे है। हालिया सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2024-25 में गौतमबुद्ध नगर की प्रति व्यक्ति आय 10.17 लाख रुपये तक पहुंच गई है, जो कि देश की औसत प्रति व्यक्ति आय 1.84 लाख रुपये से कहीं अधिक है।
आर्थिक असमानता का संकेत
यह आंकड़ा यह भी दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में आर्थिक असमानता का स्तर कितना बड़ा है, क्योंकि लखनऊ और गाजियाबाद, जो क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं, की प्रति व्यक्ति आय लगभग 2 लाख रुपये तक ही सीमित है। इस रिपोर्ट में हम यह जानेंगे कि विभिन्न जिलों की आय कितनी है और कौन से जिले यूपी की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में आय और उत्पादन की रैंकिंग
गौतमबुद्ध नगर की प्रति व्यक्ति आय 2024-25 में 10.17 लाख रुपये तक पहुंच गई है, जो कि 2021-22 में 6.47 लाख और 2022-23 में 6.72 लाख रुपये थी। यह आंकड़ा यूपी के किसी अन्य जिले से कहीं अधिक है।
लखनऊ और गाजियाबाद की स्थिति
राजधानी लखनऊ दूसरे स्थान पर है, जहां प्रति व्यक्ति आय लगभग 2 लाख रुपये है। गाजियाबाद तीसरे स्थान पर है, जिसने उत्पादन और आय दोनों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
नोएडा: उद्योगों का केंद्र
गौतमबुद्ध नगर में 25,000 से अधिक उद्योग कार्यरत हैं, जो जिले की आय और उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। फैक्ट्री एक्ट के तहत सभी उद्योगों को पंजीकृत किया जा रहा है, ताकि जीडीपी में औपचारिक योगदान बढ़ सके।
गौतमबुद्ध नगर की जीडीपी
गौतमबुद्ध नगर का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 2.64 लाख करोड़ रुपये है, जो पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक है। लखनऊ और गाजियाबाद क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
जीडीपी में शीर्ष 10 जिलों का योगदान
- गौतमबुद्ध नगर : 10.30%
- लखनऊ : 5.53%
- गाजियाबाद : 4.57%
- आगरा : 3.03%
- कानपुर नगर : 3%
- प्रयागराज : 2.90%
- मेरठ : 2.43%
- गोरखपुर : 2.23%
- गाजीपुर : 2.02%
- वाराणसी : 1.99%