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पंजाब में आईओएल केमिकल्स का 1,400 करोड़ का निवेश

आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने पंजाब में 1,400 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है, जिससे लगभग 2,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। यह निवेश बरनाला जिले में एक नई एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट निर्माण इकाई की स्थापना के लिए किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत सभी आवश्यक पर्यावरणीय मंजूरियां प्राप्त कर ली गई हैं। पंजाब सरकार की औद्योगिक नीतियों के सकारात्मक परिणामों के चलते यह निवेश संभव हो सका है।
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पंजाब में आईओएल केमिकल्स का 1,400 करोड़ का निवेश

आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स का बड़ा निवेश


पंजाब में 1,400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड


चंडीगढ़: पंजाब सरकार की औद्योगिक नीतियों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं, जिससे देश की प्रमुख कंपनियां यहां अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रेरित हो रही हैं। कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में पंजाब में कुल 1.30 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिससे 5 लाख लोगों को रोजगार मिला है।


बरनाला में नई यूनिट की स्थापना

कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने कहा कि आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, जो सालाना 2300 करोड़ रुपये का कारोबार करती है, पंजाब में 1,400 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। यह कंपनी बरनाला जिले के गांव बड़बर में एक नई एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट (एपीआई) निर्माण इकाई स्थापित करेगी, जिससे लगभग 2,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।


पर्यावरणीय मंजूरियां प्राप्त

संजीव अरोड़ा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस परियोजना के लिए सभी आवश्यक पर्यावरणीय मंजूरियां मिल चुकी हैं और कंपनी के पास जमीन भी है। आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड भारत की प्रमुख एपीआई और विशेष रसायन निर्माताओं में से एक है, जो दर्द और बुखार के इलाज में उपयोग होने वाली नॉन-स्टीरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग (एनएसएआईडी) जैसे आइबूप्रोफेन का निर्माण करती है।


कंपनी की पहले से मौजूद इकाइयां

उन्होंने आगे बताया कि कंपनी की एक निर्माण इकाई पहले से ही फतेहगढ़ छन्ना, बरनाला में कार्यरत है। नई इकाई की स्थापना के बाद, पंजाब में आईओएल का कुल निवेश 2533 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, और इसकी सभी इकाइयों में कुल 3100 लोग कार्यरत होंगे। अरोड़ा ने कहा कि यह ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट आईओएल की एपीआई उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और पंजाब को फार्मास्यूटिकल और रासायनिक उद्योगों का एक उभरता केंद्र बनाएगा।