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पतंजलि फूड्स का वित्तीय प्रदर्शन: Q1 FY26 में 8,899.70 करोड़ रुपये का राजस्व

पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने Q1 FY26 के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है, जिसमें 8,899.70 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया गया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 24% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मांग के रुझानों का विश्लेषण किया है, साथ ही विभिन्न सेगमेंट्स में प्रदर्शन की जानकारी भी साझा की है। जानें कैसे कंपनी ने चुनौतियों का सामना किया और अपने उत्पादों की विविधता को बढ़ाया।
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पतंजलि फूड्स का वित्तीय प्रदर्शन: Q1 FY26 में 8,899.70 करोड़ रुपये का राजस्व

पतंजलि फूड्स के वित्तीय परिणाम

पतंजलि फूड्स लिमिटेड (PFL) ने 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा की है। इस तिमाही में कंपनी ने 8,899.70 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 24% अधिक है। ग्रामीण क्षेत्रों में मांग स्थिर रही, जबकि शहरी क्षेत्रों में मांग में कमी आई है, साथ ही क्षेत्रीय और डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) ब्रांड्स से प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है।


फाइनेंशियल प्रदर्शन का विश्लेषण

कंपनी ने Q1 FY26 में 8,899.70 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष के 7,177.17 करोड़ रुपये से 24% अधिक है। कुल EBITDA 334.17 करोड़ रुपये रहा, जिसमें खाद्य और अन्य FMCG से 86.83 करोड़ रुपये और होम एंड पर्सनल केयर (HPC) से 119.50 करोड़ रुपये का योगदान रहा। नेट प्रॉफिट (PAT) 180.39 करोड़ रुपये रहा, जिसमें PAT मार्जिन 2.02% रहा। कंपनी ने 27 देशों में निर्यात के साथ 39.34 करोड़ रुपये का निर्यात राजस्व कमाया। पाम ऑयल प्लांटेशन का क्षेत्र 92,133 हेक्टेयर तक पहुंचा, जिसमें 43.44% हिस्सा उच्च उत्पादन चरण में है।


बाजार में चुनौतियों का सामना

इस तिमाही में महंगाई दर जून में घटकर 2.1% हो गई, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है। हालांकि, गैर-जरूरी और प्रीमियम FMCG उत्पादों की मांग में कमी आई है, जिसका कारण सरकार की कल्याणकारी योजनाएं और पीली मटर के ड्यूटी-मुक्त आयात हैं। वैश्विक बाजार में पाम ऑयल की अधिक आपूर्ति और भारत में कच्चे तेलों पर सीमा शुल्क आधा होने से पाम ऑयल की कीमतें सूरजमुखी और सोयाबीन तेल की तुलना में प्रतिस्पर्धी हो गईं। कंपनी ने छोटे SKU और वैल्यू पैक लॉन्च किए, जिससे शहरी मांग में सुधार के शुरुआती संकेत दिखे। 'समृद्धि अर्बन लॉयल्टी प्रोग्राम' ने भी दोबारा ऑर्डर और ब्रांड उपलब्धता बढ़ाने में मदद की।


खाद्य और FMCG सेगमेंट का प्रदर्शन

खाद्य और अन्य FMCG सेगमेंट ने 1,660.67 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया, जो कुल राजस्व का 18.46% है। EBITDA 86.83 करोड़ रुपये रहा, जिसमें मार्जिन 5.23% रहा। बिस्किट सेगमेंट ने 451.40 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जिसमें 'दूध' ब्रांड की बिक्री 304 करोड़ रुपये रही, जो 15% की साल दर साल की वृद्धि है। घी की बिक्री 256.98 करोड़ रुपये रही, जो 23% की साल दर साल की वृद्धि है। न्यूट्रास्यूटिकल्स ने 17.31 करोड़ रुपये की बिक्री के साथ 37.60% की साल दर साल वृद्धि दर्ज की। नए उत्पाद जैसे कोलेस्ट्रॉल केयर लिक्विड और ऑर्थो केयर लिक्विड को अच्छा रिस्पॉन्स मिला। टेक्सचर्ड सोया प्रोडक्ट्स ने 139.69 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया, जो तिमाही-दर-तिमाही 36% की वृद्धि है।


HPC सेगमेंट का हाल

HPC सेगमेंट ने 639.02 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया, जिसमें डेंटल केयर (332.18 करोड़ रुपये), स्किन केयर (157.21 करोड़ रुपये), और होम केयर (91.61 करोड़ रुपये) शामिल हैं। इस सेगमेंट का EBITDA 119.50 करोड़ रुपये रहा, जो कुल EBITDA का 35.98% है। दंत कांति, केश कांति, और सौंदर्या जैसे ब्रांड्स ने अच्छा प्रदर्शन किया। कंपनी दंत कांति के प्रीमियम उत्पादों (एडवांस्ड, सेंसिटिव, एलोवेरा, रेड, मेडिकेटेड जेल) पर ध्यान दे रही है। HPC उत्पादों का 9 देशों में निर्यात हुआ, जिसमें दंत कांति की मांग प्रमुख रही।


खाद्य तेल सेगमेंट में वृद्धि

खाद्य तेल सेगमेंट ने 6,685.86 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया, जो 25.34% की साल दर साल वृद्धि दर्शाता है। इसमें ब्रांडेड तेलों का योगदान 72% रहा। सरसों और सूरजमुखी तेल की बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही तेज वृद्धि देखी गई। सेगमेंट का EBITDA 119.10 करोड़ रुपये रहा, जिसमें मार्जिन 1.78% रहा, जो सीमा शुल्क परिवर्तन और इन्वेंट्री मूल्यांकन के कारण प्रभावित हुआ।


विंड टरबाइन पावर जनरेशन

विंड टरबाइन पावर जनरेशन सेगमेंट ने बढ़ी हुई बिजली उत्पादन के कारण 11.87 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया। यह सेगमेंट कंपनी के विविध पोर्टफोलियो का हिस्सा है और स्थिर आय प्रदान करता है।


पहुंच में वृद्धि

कंपनी ने मध्य भारत में नए डायरेक्ट आउटलेट्स स्थापित किए और ग्रामीण पहुंच बढ़ाने के लिए सुपर स्टॉकिस्ट नेटवर्क, ग्रामीण वितरक प्रोग्राम, और ग्रामीण आरोग्य केंद्रों की स्थापना की। कम महंगाई, RBI की लिक्विडिटी और अच्छे मॉनसून के कारण FY26 की दूसरी छमाही में मांग बढ़ने की उम्मीद है। कंपनी ने 27 देशों में निर्यात किया, जिसमें घी, बिस्किट, जूस, और टेक्सचर्ड सोया प्रोटीन की मांग रही। HPC और खाद्य पोर्टफोलियो में प्रीमियम उत्पादों पर ध्यान देने से दीर्घकालिक विकास और लाभप्रदता बढ़ेगी।


पतंजलि: भारत की प्रमुख FMCG कंपनी

1986 में स्थापित, पतंजलि फूड्स लिमिटेड भारत की प्रमुख FMCG कंपनियों में से एक है। यह खाद्य तेल, खाद्य और FMCG, होम एंड पर्सनल केयर, और विंड पावर जनरेशन सेगमेंट में काम करती है। इसके प्रमुख ब्रांड्स में पतंजलि, रुचि गोल्ड, नुट्रेला, और दंत कांति शामिल हैं। कंपनी विभिन्न उपभोक्ता वर्गों के लिए विविध उत्पाद पोर्टफोलियो और ब्रांड निर्माण पर ध्यान दे रही है।