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पावेल डुरोव: टेलीग्राम के संस्थापक की सफलता के पीछे की प्रेरणादायक कहानी

पावेल डुरोव, टेलीग्राम के संस्थापक, ने अपनी सफलता की कहानी साझा की है, जिसमें उन्होंने अनुशासन, सादगी और नशे से दूरी के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने बचपन में शराब से दूरी बनाने का संकल्प लिया और बीस वर्षों तक नशे से दूर रहे। डुरोव का मानना है कि मोबाइल फोन का सीमित उपयोग और ध्यान केंद्रित करना सफलता की कुंजी है। उनकी कहानी आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
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पावेल डुरोव: टेलीग्राम के संस्थापक की सफलता के पीछे की प्रेरणादायक कहानी

पावेल डुरोव का सफर


टेलीग्राम के संस्थापक पावेल डुरोव: आज पावेल डुरोव दुबई के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक माने जाते हैं, जिनकी संपत्ति लगभग 17 बिलियन डॉलर है। यह सफलता उन्हें रातों-रात नहीं मिली, बल्कि इसके पीछे उनकी मेहनत, अनुशासन और स्पष्ट दृष्टिकोण है। हाल ही में, उन्होंने लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में अपनी जीवनशैली, आदतों और सफलता के रहस्यों पर चर्चा की।


शराब से दूरी का संकल्प

बचपन में लिया संकल्प
डुरोव ने बताया कि उनका जीवन हमेशा से सोच-समझकर आगे बढ़ा है। जब वह 11 साल के थे, तब एक शिक्षक ने उन्हें 'द इल्यूजन ऑफ पैराडाइज' नामक पुस्तक दी। इस पुस्तक में शराब और अन्य नशे के प्रभावों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझाया गया था। इस ज्ञान ने उन्हें इतनी गहरी छाप दी कि उन्होंने कम उम्र में ही इन चीजों से दूर रहने का निर्णय लिया।


नशे से दूरी का अनुशासन

बीस वर्षों तक नशे से दूर
डुरोव ने लगभग 20 वर्षों तक शराब, तंबाकू, कॉफी और अन्य नशे से खुद को दूर रखा। उनके अनुसार, मस्तिष्क ही इंसान का सबसे बड़ा हथियार है, और यदि वह कमजोर हो जाए, तो किसी भी क्षेत्र में सफलता की उम्मीद नहीं की जा सकती।


मोबाइल फोन से दूरी

मोबाइल फोन का सीमित उपयोग
डुरोव का मानना है कि आज की दुनिया मोबाइल फोन की गुलाम बन चुकी है। उन्होंने बताया कि वह खुद भी मोबाइल का उपयोग केवल टेलीग्राम के फीचर्स की टेस्टिंग तक सीमित रखते हैं। उनका मानना है कि सुबह की शुरुआत मोबाइल फोन के बिना होनी चाहिए, जिससे व्यक्ति रचनात्मक विचारों के साथ दिन की शुरुआत कर सके।


डिजिटल डिटॉक्स का महत्व

ग्लोबल नेटवर्क का राजा
डुरोव ने अपने विश्वविद्यालय के दिनों में भी मोबाइल फोन का उपयोग नहीं किया, फिर भी उन्होंने तकनीक और सोशल नेटवर्किंग में अपनी पहचान बनाई। वह अपने निजी जीवन में डिजिटल डिटॉक्स को प्राथमिकता देते हैं। उनका मानना है कि अनुशासन और ध्यान केंद्रित करना ही उनकी सफलता की कुंजी है।


युवाओं के लिए प्रेरणा

प्रेरणा का स्रोत
डुरोव ने यह साबित किया है कि सादगी, आत्म-अनुशासन और स्पष्ट सोच के बल पर न केवल एक सफल व्यवसाय खड़ा किया जा सकता है, बल्कि एक बेहतर जीवन भी जिया जा सकता है। उन्होंने दिखाया है कि असली ताकत भीतर से आती है और सही दिशा में प्रयास करने पर कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है।