बंगाल आवास योजना: लाभ और आवेदन प्रक्रिया

बंगाल आवास योजना का परिचय
बंगाल आवास योजना: इस योजना का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को आवास उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपने घर का सपना पूरा कर सकें। इसे ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) द्वारा 2016-17 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत प्रत्येक घर के लिए 130,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जो सरकार द्वारा तीन किस्तों में लाभार्थियों को दी जाती है। इसके अतिरिक्त, योग्य लाभार्थियों को अकुशल श्रम के लिए मजदूरी और 'मिशन निर्मल बांग्ला प्रकल्प' के तहत शौचालय निर्माण के लिए भी सहायता मिलती है। यह सहायता सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाती है।
योजना के लाभ
आर्थिक सहायता: लाभार्थियों को प्रति घर 1,30,000 रुपये मिलते हैं, जो तीन किस्तों में वितरित की जाती हैं। पहली किस्त 60,000 रुपये, दूसरी किस्त 60,000 रुपये और तीसरी किस्त 10,000 रुपये होती है।
मजदूरी सहायता: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) के तहत 95 दिनों के लिए मजदूरी प्रदान की जाती है।
शौचालय निर्माण के लिए सहायता: बीएलएस 2012 में सूचीबद्ध लाभार्थियों को 'मिशन निर्मल बांग्ला प्रकल्प' के तहत शौचालय निर्माण के लिए अतिरिक्त सहायता दी जाती है।
योग्यता मानदंड
1. आवेदक को SECC 2011 डेटा के आधार पर स्थायी प्रतीक्षा सूची (PWL) में होना चाहिए।
2. आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
3. आवेदक को आवासहीन परिवार से होना चाहिए या उसका कच्चा घर होना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
1. प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) की वेबसाइट पर जाएं।
2. संबंधित जिला, ब्लॉक, पंचायत का नाम चुनें और सूची की जांच करने के लिए कैप्चा सत्यापित करें।
3. जिन लोगों के नाम पहले से ही PWL में हैं, उन्हें कोई अतिरिक्त आवेदन प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है।
4. सरकार हर वित्तीय वर्ष में प्राथमिकता सूची और श्रेणीवार आवास आवंटन के आधार पर आवास स्वीकृत करती है।
5. यदि आवेदक का नाम PWL में है, तो उन्हें योजना के तहत सहायता के लिए विचार किया जाएगा।
6. योग्य लाभार्थियों को मंजूरी प्रक्रिया के बारे में सूचित किया जाएगा और उन्हें किश्तों में सीधे उनके पंजीकृत बैंक खातों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
1. पता प्रमाण पत्र।
2. लाभार्थी का बैंक खाता।
3. अन्य आवश्यक दस्तावेज।