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बालाजी वेफर्स को अमेरिकी फर्म से 2500 करोड़ रुपये का निवेश

बालाजी वेफर्स, जो गुजरात की एक प्रमुख स्नैक्स कंपनी है, को अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म General Atlantic से 2500 करोड़ रुपये का निवेश मिलने की संभावना है। इस सौदे से कंपनी की वैल्यूएशन 35,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। चंदूभाई विरानी, कंपनी के MD, ने इस डील की पुष्टि की है और बताया है कि भविष्य में IPO लाने पर विचार किया जा सकता है। बालाजी की शुरुआत 1982 में एक छोटे स्टॉल से हुई थी, और आज यह कंपनी सालाना 6500 करोड़ रुपये का टर्नओवर कर रही है।
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बालाजी वेफर्स को अमेरिकी फर्म से 2500 करोड़ रुपये का निवेश

बालाजी वेफर्स में नई साझेदारी

बालाजी वेफर्स : अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी कंपनी General Atlantic गुजरात स्थित बालाजी वेफर्स में 7% हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी 2500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे बालाजी की कुल वैल्यूएशन लगभग 35,000 करोड़ रुपये हो जाएगी।


बालाजी वेफर्स के प्रबंध निदेशक चंदूभाई विरानी ने इस सौदे की पुष्टि की है। उन्होंने बताया, "हमारी ओर से यह डील लगभग तय हो चुकी है, केवल कागजी कार्यवाही बाकी है।" उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में किसी अन्य हिस्सेदारी को बेचने का उनका कोई इरादा नहीं है, लेकिन कंपनी IPO लाने पर विचार कर सकती है।


इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि यह डील सफल होती है, तो बालाजी को एक नई पहचान मिलेगी। बालाजी वेफर्स की शुरुआत 1982 में राजकोट में एक सिनेमा हॉल के बाहर सैंडविच और स्नैक्स बेचने से हुई थी। चंदू विरानी ने एक छोटे से स्टॉल से शुरुआत की और आज कंपनी का वार्षिक टर्नओवर 6500 करोड़ रुपये है। पिछले वर्ष का नेट प्रॉफिट लगभग 1000 करोड़ रुपये था। गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में यह कंपनी नंबर एक है, और यहां ऑर्गेनाइज्ड मार्केट में इसका 65% हिस्सा है। देशभर में सॉल्टी स्नैक्स में हल्दीराम तीसरे और पेप्सिको दूसरे स्थान पर है।