भारत और EFTA के बीच ऐतिहासिक व्यापार समझौता लागू

भारत और यूरोप के चार देशों के साथ FTA की शुरुआत
भारत में व्यापारिक विकास की नई दिशा: 01 अक्टूबर से भारत ने स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेनस्टाइन के समूह EFTA के साथ एक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) लागू किया है। यह भारत का इन चार विकसित यूरोपीय देशों के साथ पहला FTA है।
इस समझौते की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें निवेश और रोजगार से संबंधित बाध्यकारी प्रतिबद्धताएं शामिल हैं। चारों देश अगले 15 वर्षों में भारत में लगभग ₹100 अरब डॉलर (8.86 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेंगे, जिससे लगभग 10 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
EFTA ने भारत के 99.6 प्रतिशत निर्यात पर शुल्क में छूट प्रदान की है। हालांकि, फार्मास्यूटिकल्स, मेडिकल उपकरण, खाद्य उत्पाद, डेयरी, सोया, कोयला और कुछ कृषि उत्पादों जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को इस समझौते से सुरक्षा दी गई है। ध्यान दें कि सोने पर कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि भारत का 80% से अधिक EFTA से आयात सोने का होता है।
इस समझौते से आईटी, शिक्षा, व्यवसाय सेवाएं और ऑडियो-विजुअल सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा। नर्सिंग, चार्टर्ड अकाउंटेंसी और आर्किटेक्चर जैसे क्षेत्रों में भारतीय पेशेवरों को नए अवसर प्राप्त होंगे।