भारत और अमेरिका के बीच एफटीए पर सहमति की संभावना: 9 जुलाई की समयसीमा

ट्रंप की नई टैरिफ नीति का समापन
ट्रंप द्वारा नई ट्रैरिफ नीति पर लगाया गया प्रतिबंध 9 जुलाई को समाप्त
बिजनेस डेस्क : पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और ईरान-इजरायल के बीच जारी संघर्ष के बावजूद, भारत अमेरिका के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। दोनों देशों के बीच पिछले दो महीनों से वार्ता चल रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। यदि एफटीए पर सहमति नहीं बनती है, तो भारत को अमेरिका द्वारा निर्धारित नई टैरिफ दरों का भुगतान करना होगा, जो जुलाई में समाप्त हो जाएगी।
नई पॉलिसी के तहत टैरिफ की जानकारी
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में कई देशों पर उच्च टैरिफ लगाया था, जिसमें भारत भी शामिल था। हालांकि, अप्रैल में ट्रंप ने नई टैरिफ नीति पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी थी। अमेरिका ने 2 अप्रैल को भारत से आने वाले सामानों पर 26% अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा की थी, जबकि 10% का मूल टैक्स अभी भी लागू है। भारत इस 26% अतिरिक्त कर से पूरी तरह छूट चाहता है।
वार्ता में चुनौतियाँ
जब भारत और अमेरिका से पूछा गया कि क्या वे 9 जुलाई तक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना चाहते हैं, तो सूत्रों ने कहा कि वे उत्सुक हैं और बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, समझौता तभी होगा जब दोनों पक्ष संतुष्ट हों। सूत्रों के अनुसार, कृषि और डेयरी क्षेत्र भारत के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण हैं। भारत ने अब तक अपने किसी भी एफटीए में डेयरी क्षेत्र को नहीं खोला है।
अमेरिका चाहता है कि भारत कुछ औद्योगिक वस्तुओं, इलेक्ट्रिक वाहनों, शराब, पेट्रोकेमिकल उत्पादों, और कृषि उत्पादों पर शुल्क में छूट दे। अगले दौर की वार्ता के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका जा सकता है। दोनों देशों ने बातचीत के पहले चरण को इस साल के अंत तक पूरा करने की समयसीमा तय की है।
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