भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद: मोदी का आत्मविश्वास

भारत की टैरिफ नीति में बदलाव
भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाने की योजना बनाई है
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद में कोई कमी आती नहीं दिख रही है। अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिसे 28 अगस्त से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की योजना बनाई है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी है कि यदि भारत ने जवाबी टैरिफ लगाया, तो वह और कठोर कदम उठाएंगे। भारत ने इस धमकी को नजरअंदाज करते हुए कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की तैयारी कर ली है।
अमेरिका का टैरिफ और भारत का जवाब
अमेरिका ने भारतीय स्टील, एल्युमिनियम और अन्य उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाया है। यदि भारत इस पर प्रतिक्रिया करता है, तो यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ का पहला औपचारिक जवाब होगा। ट्रंप ने 31 जुलाई को सभी भारतीय उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाया था, और फिर 6 अगस्त को रूस से तेल आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया।
स्टील और एल्युमिनियम विवाद का इतिहास
स्टील और एल्युमिनियम पर विवाद फरवरी से चल रहा है, जब ट्रंप प्रशासन ने इन धातुओं पर 25% टैरिफ लगाया। जून में इसे बढ़ाकर 50% कर दिया गया, जिससे भारतीय निर्यात पर 7.6 बिलियन डॉलर का प्रभाव पड़ा।
पीएम मोदी का आत्मविश्वास
जहां एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को 'डेड इकोनॉमी' कहकर धमकी दे रहे हैं, वहीं पीएम मोदी ने कहा है कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने अपने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि भारत अपनी प्रतिभा पर विश्वास रखता है और आगे बढ़ रहा है।
मोदी ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हर बार वह और मजबूत होकर उभरा है। उन्होंने कहा कि देश की उपलब्धियों का परचम आसमान में लहरा रहा है।
ट्रंप पर अप्रत्यक्ष हमला
पीएम मोदी ने बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान ट्रंप का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और जल्द ही शीर्ष 3 में शामिल होगा। यह बयान ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के संदर्भ में आया है।