भारत और इजरायल के बीच द्विपक्षीय निवेश संधि पर हस्ताक्षर

भारत-इजरायल के बीच निवेश संबंधों में मजबूती
सोमवार को बीआईटी पर हस्ताक्षर
भारत और इजरायल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत किया गया है। नई दिल्ली में सोमवार को दोनों देशों के वित्त मंत्रियों ने आपसी निवेश को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते से दोनों देशों के बीच निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जैसा कि वित्त मंत्रालय ने बताया।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत और इजरायल सरकार ने नई दिल्ली में द्विपक्षीय निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनके इजरायली समकक्ष बेजालेल स्मोट्रिच ने इस पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता भारत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अप्रैल 2000 से जून 2025 के बीच, भारत को इजरायल से 337.77 मिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है।
ईयू के साथ व्यापार समझौते की तैयारी
भारत-ईयू के साथ व्यापार समझौता जल्द
भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच एक व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू हो गई है। इस डील का काउंटडाउन आठ सितंबर से शुरू हुआ है, और दोनों पक्ष चाहते हैं कि साल के अंत तक इस पर सहमति बन जाए। इस समझौते में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा, जैसे कि सामान पर टैक्स, बाजार में पहुंच और सरकारी खरीद।
आने वाले हफ्तों में, भारत और ईयू के अधिकारी दिल्ली और ब्रुसेल्स में मिलेंगे ताकि वे 2026 में होने वाले भारत-ईयू शिखर सम्मेलन की तैयारी कर सकें। इस सम्मेलन में दोनों देशों के बीच सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
ईयू के अधिकारी दिल्ली में
ईयू के व्यापार आयुक्त की यात्रा
खबरों के अनुसार, ईयू के व्यापार आयुक्त मारोस सेफकोविक और कृषि आयुक्त क्रिस्टोफ हेनसेन दिल्ली आएंगे। वे इस व्यापार समझौते पर चर्चा करेंगे। अमेरिका की टैरिफ नीतियों के कारण उत्पन्न समस्याओं को देखते हुए, इस समझौते की आवश्यकता और भी बढ़ गई है। एक अधिकारी ने कहा कि टैरिफ युद्ध से समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और सभी यह जानना चाहते हैं कि इससे कैसे निपटा जाए। सेफकोविक, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से बातचीत करेंगे ताकि वार्ता में कोई बाधा न आए।