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भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक संबंधों में नई ऊँचाई

भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंध तेजी से विकसित हो रहे हैं। हाल ही में ब्राजील के उपराष्ट्रपति की भारत यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाना और नई साझेदारियों की स्थापना करना है। इस सहयोग से दोनों देश वैश्विक व्यापार में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। जानें इस महत्वपूर्ण सहयोग के पीछे की रणनीतियाँ और संभावनाएँ।
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भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक संबंधों में नई ऊँचाई

भारत और ब्राजील के व्यापारिक संबंधों का विकास

भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंध तेजी से प्रगति कर रहे हैं। अमेरिकी व्यापार नीतियों और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा है, जिससे वे एक-दूसरे के साथ सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।


हाल ही में, ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्क्मिन और उनकी सरकारी तथा व्यापारिक टीम नई दिल्ली में भारतीय प्रतिनिधियों से मिलने वाली हैं। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच 12 अरब डॉलर के व्यापार को बढ़ावा देना और कृषि, बायोफ्यूल, तथा रक्षा जैसे क्षेत्रों में नई साझेदारियों की स्थापना करना है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लुला दा सिल्वा के बीच बढ़ता सहयोग वैश्विक व्यापार में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। अमेरिकी नीतियों के कारण कई देशों ने अपने पारंपरिक व्यापारिक ढांचे को पुनर्गठित करना शुरू कर दिया है। इसी संदर्भ में, भारत ने चीन के साथ अपने संबंधों में नरमी दिखाई है और मर्कोसुर तथा यूरोपीय संघ के बीच लंबित व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है।


विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की व्यापार नीतियों ने वैश्विक व्यापार पर गहरा असर डाला है। ब्राजील ने अमेरिकी टैरिफ के कारण कुछ निर्यात को अर्जेंटीना और चीन की ओर मोड़ दिया है, जबकि भारत को सबसे संभावित वृद्धि वाले बाजार के रूप में देखा जा रहा है। BRICS के संस्थापक सदस्य के रूप में, दोनों देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी स्थिति को मजबूत करने और अमेरिकी दबाव का सामना करने की रणनीति अपना रहे हैं।


इस सहयोग से भारत और ब्राजील न केवल आर्थिक लाभ की उम्मीद कर रहे हैं, बल्कि वैश्विक व्यापार में अपनी स्थिति को मजबूत करने और नए बाजारों की खोज में भी सफल हो सकते हैं।