भारत की अर्थव्यवस्था में नई ऊंचाइयों की ओर: जीडीपी, जीएसटी और ऑटो एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी

भारत का आर्थिक प्रदर्शन: सकारात्मक संकेत
भारत का जवाब अमेरिका को: पिछले सप्ताह भारत के लिए आर्थिक मोर्चे पर कई सकारात्मक समाचार आए हैं। हाल ही में जारी जीडीपी के आंकड़े अपेक्षाओं से बेहतर रहे हैं। इसके साथ ही, जीएसटी संग्रह, मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ गया है। ऑटो एक्सपोर्ट में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इन उपलब्धियों ने उन आलोचकों को जवाब दिया है जो भारत की अर्थव्यवस्था को धीमी या 'डेड इकोनॉमी' कह रहे थे। ट्रंप प्रशासन के टैरिफ दबाव के बीच इस तरह की सफलता को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
जीडीपी का शानदार प्रदर्शन
जीडीपी ने उम्मीदों को पार किया
अप्रैल से जून की तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8 प्रतिशत रही, जो अनुमान से कहीं अधिक है। यह पिछले पांच तिमाहियों का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है। कृषि क्षेत्र की मजबूती और होटल, व्यापार, वित्तीय तथा रियल एस्टेट सेवाओं में सुधार ने इस वृद्धि को सहारा दिया। चीन की तुलना में भारत की जीडीपी वृद्धि कहीं अधिक रही, जिससे यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनी हुई है.
जीएसटी संग्रह में वृद्धि
जीएसटी कलेक्शन में उछाल
अगस्त में जीएसटी संग्रह 6.5 प्रतिशत बढ़कर 1.86 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी महीने यह 1.75 लाख करोड़ रुपये था। नेट जीएसटी राजस्व में 10.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह वृद्धि सरकार की आर्थिक नीतियों की सफलता और उपभोक्ता मांग में स्थिरता का संकेत देती है.
मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की मजबूती
मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का उच्चतम स्तर
अगस्त में भारत का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 59.3 पर पहुंच गया, जो साढ़े 17 साल का उच्चतम स्तर है। उत्पादन क्षमता में तेजी और नए ऑर्डर्स में वृद्धि ने इस क्षेत्र को मजबूती प्रदान की है। लगातार 18वें महीने रोजगार में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे रोजगार सृजन की दिशा में सकारात्मक संकेत मिले हैं.
सेवा क्षेत्र में नई ऊंचाई
सर्विस सेक्टर ने बनाया नया रिकॉर्ड
सर्विस सेक्टर ने अगस्त में नया रिकॉर्ड बनाया। एचएसबीसी सर्विस पीएमआई 62.9 दर्ज हुआ, जो जून 2010 के बाद से सबसे तेज वृद्धि दर्शाता है। नए ऑर्डर्स और उत्पादन में उछाल से यह सेक्टर 15 साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है। मांग बढ़ने के कारण महंगाई का दबाव जरूर बढ़ा है, लेकिन समग्र रूप से यह अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है.
ऑटो एक्सपोर्ट में वृद्धि
ऑटो सेक्टर में शानदार वृद्धि
ऑटो सेक्टर के लिए अगस्त का महीना विशेष रहा। मारुति सुजुकी का निर्यात 40 प्रतिशत से अधिक बढ़ा, जबकि रॉयल एनफील्ड ने 39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। बजाज ऑटो का निर्यात 25 प्रतिशत बढ़कर 1.57 लाख यूनिट्स से अधिक हो गया। महिंद्रा और अशोक लेलैंड जैसी कंपनियों ने भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी की है.
भारत की आर्थिक मजबूती
कुल मिलाकर, पिछले एक सप्ताह के आर्थिक आंकड़े भारत की मजबूत नीतियों और वैश्विक चुनौतियों के बीच लचीलापन दिखाते हैं। जीडीपी से लेकर जीएसटी और मैन्युफैक्चरिंग से सर्विस सेक्टर तक, हर मोर्चे पर भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि देश की अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है और आने वाले समय में और भी मजबूत होगी.