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भारत के निर्यात को बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर चर्चा

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने विभिन्न उद्योग प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें भारत के निर्यात को बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर चर्चा की गई। इस बैठक में एफटीए के उपयोग, वैल्यू एडिशन, और मार्केट डाइवर्सिफिकेशन जैसे मुद्दों पर विचार किया गया। गोयल ने सतत विकास के नए रास्तों को खोलने की प्रतिबद्धता जताई। जानें इस बैठक के प्रमुख बिंदु और भारत के निर्यात के भविष्य के बारे में।
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भारत के निर्यात को बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर चर्चा

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की बैठक

नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने विभिन्न सेक्टर्स के एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल और उद्योग संघों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में भारत के निर्यात को बढ़ाने के लिए रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया।


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर केंद्रीय मंत्री ने लिखा, "मैंने विभिन्न सेक्टर के एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईपीसी) और उद्योग संघों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की, जिसका उद्देश्य भारत के निर्यात वृद्धि की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करना था।" गोयल ने बताया कि चर्चा के मुख्य बिंदुओं में एफटीए का उपयोग, वैल्यू एडिशन में वृद्धि, मार्केट डाइवर्सिफिकेशन का विस्तार और सेक्टोरल तालमेल को मजबूत करना शामिल था।


उन्होंने कहा, "हम भारत के निर्यात को बेहतर बनाने के लिए गुणवत्ता-आधारित और सतत विकास के नए रास्ते खोलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" इस संदर्भ में, वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच, इस वर्ष अप्रैल से सितंबर के दौरान कुल निर्यात (मर्चेंडाइज और सेवाएं) 413.30 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 395.71 बिलियन डॉलर था।


सितंबर में भारत का कुल निर्यात (मर्चेंडाइज और सेवाएं) 67.20 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो सितंबर 2024 की तुलना में 0.78 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इससे पहले, केंद्रीय मंत्री गोयल ने न्यूजीलैंड के व्यापार और निवेश मंत्री टॉड मैक्ले के साथ एक उत्पादक वर्चुअल बैठक की। उन्होंने इस बैठक के बारे में जानकारी साझा की।


एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, "हमने अपने व्यापार संबंधों को मजबूत करने और एफटीए पर बातचीत को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।" गोयल ने बताया कि इस बैठक में दोनों देशों के लिए लाभकारी और दूरदर्शी ढांचे के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने कहा, "मैं हमारी साझेदारी को मजबूत करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आपसी विकास के लिए नए अवसरों की खोज के लिए उत्सुक हूं।"