भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव: जानें ताजा दरें
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दैनिक अपडेट
पेट्रोल डीजल की कीमतें: तेल विपणन कंपनियां हर सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। ये परिवर्तन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और रुपये-डॉलर विनिमय दर पर निर्भर करते हैं। आज, शनिवार को, जारी की गई नई दरों के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों में कीमतों में हल्की गिरावट और कुछ स्थानों पर वृद्धि देखी गई है।
आज जिन शहरों में ईंधन की कीमतों में बदलाव हुआ है, उनमें गुरुग्राम, जयपुर, नोएडा, भुवनेश्वर और पटना शामिल हैं। इनमें से गुरुग्राम और जयपुर में कीमतें कम हुई हैं, जबकि नोएडा और पटना में थोड़ी वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव क्षेत्रीय टैक्स दरों, परिवहन लागत और वैश्विक तेल बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण हुआ है।
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल की दरें (रुपये प्रति लीटर)
- नई दिल्ली 94.77
- कोलकाता 105.41
- मुंबई 103.50
- चेन्नई 100.90
- गुड़गांव 95.38 घटा 0.12
- नोएडा 95.12 बढ़ा 0.35
- बैंगलोर 102.92
- भुवनेश्वर 100.93 घटा 0.23
- चंडीगढ़ 94.30
- हैदराबाद 107.46
- जयपुर 104.41 घटा 0.31
- लखनऊ 94.69
- पटना 105.60 बढ़ा 0.02
- तिरुवनंतपुरम 107.48
आपके शहर में डीजल की कीमतें (रुपये प्रति लीटर)
- नई दिल्ली 87.67
- कोलकाता 92.02
- मुंबई 90.03
- चेन्नई 92.49
- गुड़गांव 87.85 घटा 0.12
- नोएडा 88.29 बढ़ा 0.40
- बैंगलोर 90.99
- भुवनेश्वर 92.51 घटा 0.23
- चंडीगढ़ 82.45
- हैदराबाद 95.70
- जयपुर 89.93 घटा 0.28
- लखनऊ 87.81
- पटना 91.83 बढ़ा 0.02
- तिरुवनंतपुरम 96.48
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव के कारण
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें, घरेलू टैक्स संरचना, विनिमय दर और परिवहन लागत।
सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी, वैट और अन्य कर लगाती है, जिसके कारण भारत में ईंधन की कीमतें पड़ोसी देशों की तुलना में अधिक होती हैं। तेल कंपनियां रोजाना कीमतें अपडेट करती हैं ताकि उपभोक्ताओं को सटीक और पारदर्शी मूल्य मिल सके।
आने वाले दिनों में कीमतों की दिशा
त्योहारी सीजन में परिवहन और मांग में वृद्धि के कारण ईंधन की खपत में तेजी आ सकती है, जिससे स्थानीय स्तर पर कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार स्थिर रहता है, तो उपभोक्ताओं को राहत भी मिल सकती है। तेल कंपनियों की वर्तमान रणनीति "वेट एंड वॉच" है, यानी वे वैश्विक संकेतों के अनुसार कीमतों में सावधानी से बदलाव कर रही हैं।
