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भारतीय शेयर बाजार पर ट्रंप के टैरिफ का प्रभाव: सेंसेक्स में गिरावट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ में वृद्धि के कारण भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांकों में भारी कमी देखी गई है। कई बड़ी कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई है, जबकि भारतीय मुद्रा रुपया स्थिर बनी हुई है। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और विशेषज्ञों की राय।
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भारतीय शेयर बाजार पर ट्रंप के टैरिफ का प्रभाव: सेंसेक्स में गिरावट

ट्रंप के टैरिफ का असर

मुंबई: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लागू 25 प्रतिशत टैरिफ को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है, जिसका प्रभाव भारतीय शेयर बाजार पर धीरे-धीरे स्पष्ट होने लगा है। जब बाजार खुला, तो शुरुआत में ऐसा प्रतीत हुआ कि टैरिफ के निर्णय का कोई खास असर नहीं पड़ा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांक मामूली गिरावट के साथ खुले और कुछ समय के लिए सुधार की कोशिश करते नजर आए।


ट्रंप के टैरिफ का प्रभाव: शेयर बाजार में गिरावट सेंसेक्स अपने पिछले बंद 80,543.99 के मुकाबले 80,262 पर खुला और कुछ ही मिनटों में 80,421 तक पहुंच गया। लेकिन जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ा, बाजार पर टैरिफ का प्रभाव स्पष्ट होने लगा और गिरावट तेज हो गई। सुबह 11 बजे तक सेंसेक्स 450 अंक से अधिक गिरकर 79,979.05 पर पहुंच गया और फिर 679 अंकों की गिरावट के साथ 79,864.48 पर ट्रेड करता नजर आया।


निफ्टी का भी यही हाल रहा। यह 24,574 के पिछले बंद के मुकाबले मामूली गिरावट के साथ 24,464 पर खुला, फिर थोड़ी देर में 24,542 तक चढ़ा। लेकिन यह सुधार टिक नहीं सका और यह सूचकांक भी 225 अंक गिरकर 24,354 तक लुढ़क गया।


ट्रंप के टैरिफ का प्रभाव केवल सूचकांकों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कई बड़ी कंपनियों के शेयरों में भी भारी गिरावट देखने को मिली। Adani Ports में लगभग 3 प्रतिशत, Tata Motors में 2.5 प्रतिशत और Tata Steel में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं, मिड और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट और भी अधिक तीव्र रही। BHEL के शेयर लगभग 6.13 प्रतिशत टूट गए, BayerCrop में 5.20 प्रतिशत की गिरावट आई, Concor में 4 प्रतिशत और Emami में 3 प्रतिशत की कमी देखी गई। GPT Health, GNFC, Lumax India और Sigachi Industries के शेयरों में भी 7 से 10 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।


हालांकि, एक सकारात्मक बात यह रही कि भारतीय मुद्रा रुपया ट्रंप के इस निर्णय से अप्रभावित नजर आई। डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे की मजबूती के साथ 87.69 पर खुला।


विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार पहले से ही ओवरसोल्ड स्थिति में है और निवेशकों ने ट्रंप के टैरिफ से जुड़ी चिंताओं को पहले ही काफी हद तक संभाल लिया है। यही कारण है कि शुरुआती हलचल के बाद गिरावट आई, लेकिन यह सीमित दायरे में रही और बाजार में किसी बड़े पैैनिक की स्थिति नहीं बनी।