भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी, तीसरे दिन भी नकारात्मकता

शेयर बाजार में गिरावट का कारण
अमेरिका द्वारा एच1बी वीजा शुल्क में वृद्धि के बाद भारतीय शेयर बाजार में गिरावट जारी है। त्योहारी मौसम के बावजूद, बाजार में नकारात्मकता बनी हुई है। इसी कारण से, शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। मंगलवार को भी बाजार की शुरुआत लाल निशान पर हुई और दिनभर इसी स्थिति में रहा।
बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी का प्रदर्शन
दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद, बीएसई सेंसेक्स 57.87 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,102.10 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 593.85 अंकों के उतार-चढ़ाव के साथ 82,370.38 के उच्चतम स्तर और 81,776.53 के निम्नतम स्तर तक गया। एनएसई निफ्टी भी 32.85 अंक या 0.13 प्रतिशत गिरकर 25,169.50 पर आ गया। विश्लेषकों के अनुसार, ऑटो और कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में खरीदारी से नुकसान कम हुआ।
कंपनियों के शेयरों में गिरावट
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में ट्रेंट, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, अल्ट्राटेक सीमेंट, एशियन पेंट्स, इटरनल और आईटीसी के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट आई। एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में बिकवाली से भी प्रमुख सूचकांकों में गिरावट आई। हालांकि, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, मारुति और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर लाभ में रहे।
रुपये की स्थिति
आईटी और प्रमुख निजी बैंकिंग शेयरों में बिकवाली और अमेरिकी एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि के कारण विदेशी फंडों की निकासी से रुपये में गिरावट आई। मंगलवार को रुपये की कीमत 52 पैसे गिरकर 88.82 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर पर पहुंच गई।
निवेशकों की निकासी
भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के बीच घबराहट का माहौल बना हुआ है। इसी कारण, सोमवार को 2,910 करोड़ रुपये की निकासी की गई। यह निकासी दर्शाती है कि वैश्विक नीतिगत झटके भारत के वित्तीय बाजारों पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे रुपये में गिरावट जारी रहेगी।
सोने और चांदी की कीमतें
दिल्ली में मंगलवार को सोने की कीमत 2,700 रुपये की वृद्धि के साथ 1,18,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 2,650 रुपये की वृद्धि के साथ 1,18,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। चांदी की कीमत भी 3,220 रुपये की वृद्धि के साथ 1,39,600 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।