भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: तेल की कीमतों में वृद्धि का असर

शेयर बाजार की स्थिति
23 जून को, भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट का सामना करना पड़ा। शुरुआती नुकसान की भरपाई के बावजूद, प्रमुख सूचकांक आधे प्रतिशत से अधिक गिरकर बंद हुए। इसका मुख्य कारण मध्य-पूर्व में बढ़ता तनाव था, जिसने तेल की कीमतों को प्रभावित किया। हॉर्मुज जलडमरूमध्य में बढ़ते जोखिम के चलते कच्चा तेल 78 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बना रहा, जिसका असर शेयर बाजार और तेल पर निर्भर व्यवसायों पर पड़ा। निफ्टी 50 सूचकांक 25,000 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे चला गया।
बाजार का प्रदर्शन
दिन की शुरुआत गिरावट के साथ हुई, लेकिन बाद में कुछ सुधार देखने को मिला। विशेष रूप से धातु के शेयरों और छोटे व मझोले शेयरों में तेजी आई।
बाजार बंद होने पर स्थिति
सेंसेक्स 511.38 अंक (0.62%) गिरकर 81,896.79 पर बंद हुआ।
निफ्टी 140.50 अंक (0.56%) गिरकर 24,971.90 पर बंद हुआ।
दिलचस्प बात यह है कि बड़े सूचकांकों की तुलना में छोटे और मझोले शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.2% और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.6% बढ़ा।
शेयरों और सेक्टर्स का हाल
प्रमुख बढ़त वाले शेयर: ट्रेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, अदानी एंटरप्राइजेज, बजाज फाइनेंस।
प्रमुख गिरावट वाले शेयर: इंफोसिस, लार्सन एंड टूब्रो, हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज।
गिरावट वाले सेक्टर: आईटी, एफएमसीजी, ऑटो, बैंक, टेलीकॉम (0.3% से 1.5% तक गिरे)।
बढ़त वाले सेक्टर: कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, मीडिया, मेटल, कैपिटल गुड्स (0.3% से 4% तक बढ़े)।
कुछ खास खबरों वाले शेयर
नॉर्दर्न आर्क कैपिटल: मधुसूदन केला के फंड द्वारा हिस्सेदारी खरीदने के बाद शेयरों में 8% की उछाल आई।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स: ऑर्डर मिलने के कारण शेयरों ने नई ऊंचाई को छुआ।
ज़ी एंटरटेनमेंट: विकास को बढ़ावा देने की पहल के कारण शेयरों में 11% की बढ़ोतरी हुई।
ज़ेन टेक्नोलॉजीज: टीआईएसए एयरोस्पेस को खरीदने और यूएवी के क्षेत्र में कदम रखने के बाद 5% बढ़ा।
52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचे शेयर
बीएसई पर लगभग 100 शेयरों ने अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर को छुआ। इनमें गार्डन रीच शिपबिल्डर्स, पूनावाला फिनकॉर्प, नारायण हृदयालय, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एमसीएक्स इंडिया, आदित्य बिड़ला कैपिटल, ऑथम इन्वेस्ट जैसे नाम शामिल हैं।