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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: निवेशकों को 8 लाख करोड़ का नुकसान

सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई, जिससे निवेशकों को 8 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में भारी बिकवाली देखी गई। विशेषज्ञों के अनुसार, गिरावट के पीछे विदेशी निवेशकों की बिकवाली, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति, और रुपये की कमजोरी जैसे कई कारण हैं। जानें और क्या कारण बने इस गिरावट के पीछे और बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में।
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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: निवेशकों को 8 लाख करोड़ का नुकसान

शेयर बाजार में गिरावट का हाल

मुंबई - सोमवार को भारतीय शेयर बाजार ने लाल निशान में कारोबार समाप्त किया। बाजार में व्यापक बिकवाली का सामना करना पड़ा। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 609.68 अंक या 0.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,102.69 पर और निफ्टी 225.90 अंक या 0.86 प्रतिशत की कमी के साथ 25,960.55 पर बंद हुआ।


लगभग सभी प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी इंडिया डिफेंस (3.68 प्रतिशत), निफ्टी रियल्टी (3.53 प्रतिशत), निफ्टी पीएसयू बैंक (2.81 प्रतिशत), निफ्टी मीडिया (2.73 प्रतिशत), निफ्टी पीएसई (2.10 प्रतिशत) और निफ्टी मेटल (1.92 प्रतिशत) में सबसे अधिक गिरावट देखी गई। सेंसेक्स में बीईएल, इटरनल (जोमैटो), ट्रेंट, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, एसबीआई, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा, टाइटन, एनटीपीसी, भारती एयरटेल और एलएंडटी प्रमुख लूजर्स रहे। वहीं, टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक में बढ़त देखने को मिली।


निवेशकों को भारी नुकसान
शेयर बाजार में आई गिरावट के कारण निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है। यह नुकसान बीएसई के मार्केट कैप पर निर्भर करता है। आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को जब बाजार बंद हुआ था, तब बीएसई का मार्केट कैप 4,70,96,826.75 करोड़ रुपए था, जो सोमवार को घटकर 4,63,01,207.86 करोड़ रुपए पर आ गया। इसका अर्थ है कि बीएसई के मार्केट कैप में 7,95,618.89 करोड़ रुपए की कमी आई है।


गिरावट के कारण
विश्लेषकों का मानना है कि इस गिरावट के पीछे पांच प्रमुख कारण हैं। पहला, विदेशी निवेशकों की निरंतर बिकवाली ने बाजार के माहौल को कमजोर किया। दूसरा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी नीति के परिणामों से पहले निवेशक जोखिम लेने से बचते दिखे। तीसरा, भारतीय रुपये में लगातार गिरावट जारी है, सोमवार को रुपया 16 पैसे गिरकर 90.11 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। चौथा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 0.13% बढ़कर 63.83 डॉलर प्रति बैरल हो गई। पांचवां, इंडिया VIX में 2.11% की वृद्धि हुई, जो 10.53 पर पहुंच गया।


लार्जकैप की तुलना में मिडकैप और स्मॉलकैप में अधिक बिकवाली देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 सूचकांक 1,106.50 अंक या 1.83 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,488.10 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक 456.10 अंक या 2.61 प्रतिशत की कमी के साथ 17,051.65 पर बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 950 शेयर हरे निशान में, 3,348 शेयर लाल निशान में और 187 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।


विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन के बावजूद शेयर बाजार में गिरावट आई है, जिसका मुख्य कारण वैश्विक संकेतों का प्रभाव है। आने वाले समय में निवेशकों की नजर अमेरिकी फेड के निर्णयों पर होगी, जो बाजार की दिशा तय करेगा। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत भी लाल निशान में हुई थी। सुबह 9 बजकर 34 मिनट पर सेंसेक्स 131.80 अंक या 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,580.57 स्तर पर और निफ्टी 44.55 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,141.90 स्तर पर था।