Newzfatafatlogo

भारतीय शेयर बाजार में चौथे दिन भी तेजी, सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त

भारतीय शेयर बाजार में तेजी का दौर जारी है, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी ने लगातार चौथे दिन बढ़त दर्ज की है। विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी सीजन में बढ़ती खरीदारी ने बाजार को मजबूती प्रदान की है। विश्व बैंक ने भारत की जीडीपी विकास दर का अनुमान भी बढ़ाया है, लेकिन अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क का असर भी चेतावनी के रूप में सामने आया है। जानें इस तेजी के पीछे के कारण और बाजार की स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
 | 
भारतीय शेयर बाजार में चौथे दिन भी तेजी, सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त

शेयर बाजार में तेजी का दौर


सेंसेक्स में 136 अंक और निफ्टी में 30 अंक की वृद्धि


शेयर बाजार अपडेट: भारतीय शेयर बाजार में लगातार आठ कारोबारी दिनों की गिरावट के बाद तेजी का सिलसिला जारी है। पिछले गुरुवार से शुरू हुई यह तेजी मंगलवार को चौथे दिन भी बनी रही, जिससे निवेशकों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी सीजन में बढ़ती खरीदारी ने बाजार को मजबूती प्रदान की है। मंगलवार को ब्लू-चिप बैंक शेयरों में तेजी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की खरीदारी ने भी इस बढ़त में योगदान दिया।


शेयर बाजार का हाल

बीएसई सेंसेक्स 136.63 अंक या 0.17 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 81,790.12 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 519.44 अंक या 0.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,309.56 अंक तक पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 30.65 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,108.30 अंक पर आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 4 पैसे गिरकर 88.78 (अनंतिम) पर पहुंच गया। सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील और आईसीआईसीआई बैंक ने प्रमुख लाभ दर्ज किया। जबकि एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स, ट्रेंट और इंफोसिस में गिरावट आई।


विश्व बैंक का जीडीपी विकास दर का अनुमान

विश्व बैंक ने मंगलवार को भारत की चालू वित्तीय वर्ष की वृद्धि दर का अनुमान 6.3% से बढ़ाकर 6.5% कर दिया। बैंक ने कहा कि उपभोक्ता खर्च में मजबूती के चलते भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। हालांकि, विश्व बैंक ने चेतावनी दी है कि अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर लगाए गए 50 प्रतिशत शुल्क अगले वर्ष देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।


रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2026-27 के लिए अनुमान को घटा दिया गया है, क्योंकि अमेरिका को भारत के लगभग तीन-चौथाई माल निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने का असर होगा। दक्षिण एशिया में विकास दर 2025 में 6.6 प्रतिशत से घटकर 2026 में 5.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।