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भारतीय शेयर बाजार में तेजी, गिरावट का दौर थमा

बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर समाप्त हो गया, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी आई। आरबीआई की नई मौद्रिक नीति के बाद बाजार में मजबूती आई। टाटा मोटर्स ने सबसे अधिक लाभ दिया, जबकि चांदी की कीमतें स्थिर रहीं। जानें और क्या हुआ बाजार में।
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भारतीय शेयर बाजार में तेजी, गिरावट का दौर थमा

बुधवार को बाजार में आई हरियाली


बुधवार को छाई हरियाली, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में रही तेजी


Share Market Live Today, बिजनेस डेस्क : आखिरकार, आठ कारोबारी दिनों की गिरावट के बाद, बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर समाप्त हो गया। आरबीआई द्वारा नई मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद बाजार में मजबूती आई और सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों में तेजी देखने को मिली।


बुधवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 715.69 अंक या 0.89 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 80,983.31 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 800.81 अंक या 0.99 प्रतिशत बढ़कर 81,068.43 अंक तक पहुंच गया। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 225.20 अंक या 0.92 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,836.30 पर आ गया।


इन शेयरों ने दिया सबसे ज्यादा लाभ

सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स ने सबसे अधिक 5.54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, इसके बाद कोटक महिंद्रा बैंक, ट्रेंट, सन फार्मा, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक का स्थान रहा। दूसरी ओर, बजाज फाइनेंस, भारतीय स्टेट बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और टाटा स्टील पिछड़ने वालों में शामिल रहे।


यूरोपीय बाजारों में दिखी बढ़त

एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी सकारात्मक दायरे में बंद हुआ, जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ। चीन में राष्ट्रीय दिवस की छुट्टी के कारण बाजार बंद रहे। यूरोप के शेयर बाजारों में तेजी देखी गई। मंगलवार को अमेरिकी बाजार भी बढ़त के साथ बंद हुए।


सोने में तेजी जारी, चांदी रही स्थिर

भारतीय सर्राफा बाजार में दोनों कीमती धातुओं के मूल्य में तेजी का दौर बुधवार को भी जारी रहा। दिल्ली में सोने की कीमत 1,100 रुपए की वृद्धि के साथ 1.21 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गई। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,100 रुपए बढ़कर 1,20,500 रुपए प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।


चांदी की कीमतें 1,50,500 पर प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर स्थिर रहीं, जो अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। जानकारों का कहना है कि इन कीमती धातुओं में तेजी के पीछे रुपए की कमजोरी और भारत में त्योहारों तथा शादियों का सीजन मुख्य कारण है।