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महाराष्ट्र में शराब बिक्री टैक्स में वृद्धि से शेयर बाजार में हलचल

महाराष्ट्र सरकार ने शराब बिक्री पर टैक्स बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिससे जीएम ब्रुअरीज और सुला वाइनयार्ड्स के शेयरों में तेजी आई है। इस कदम से राज्य के राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है। जानें इस निर्णय का बाजार पर क्या प्रभाव पड़ा है और अन्य शराब कंपनियों के शेयरों में गिरावट के कारण क्या हैं।
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महाराष्ट्र में शराब बिक्री टैक्स में वृद्धि से शेयर बाजार में हलचल

शराब बिक्री टैक्स में वृद्धि का निर्णय

महाराष्ट्र सरकार ने अपने राजस्व में सुधार लाने के लिए राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के माध्यम से शराब बिक्री पर कर बढ़ाने का निर्णय लिया है। हाल ही में, राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम उठाने की योजना बनाई थी।


शेयर बाजार में उछाल

इस निर्णय के परिणामस्वरूप, 11 जून को जीएम ब्रुअरीज और सुला वाइनयार्ड्स के शेयरों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। जीएम ब्रुअरीज के शेयरों में लगभग 19 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे उनका मूल्य 853 रुपये प्रति शेयर तक पहुंच गया। वहीं, सुला वाइनयार्ड्स के शेयरों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और वे 326 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार करने लगे।


नई श्रेणी और कर संरचना

10 जून को, महाराष्ट्र सरकार ने भारत में निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल), देशी शराब और आयातित शराब पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने की मंजूरी दी। इसके साथ ही, एक नई श्रेणी, महाराष्ट्र निर्मित शराब (एमएमएल) की शुरुआत की गई।


स्थानीय निर्माताओं को लाभ

अनाज आधारित महाराष्ट्र निर्मित शराब (एमएमएल) केवल स्थानीय निर्माताओं द्वारा बनाई जाएगी, जिन्हें इस श्रेणी के तहत नए ब्रांड पंजीकृत करने होंगे। इसमें देशी शराब पर कर संरचना लागू होगी, लेकिन इसे केवल FL-2 और FL-3 लाइसेंसधारियों के माध्यम से बेचा जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, इस खंड का आकार वर्तमान में 5 से 6 करोड़ लीटर है, और यह 10 से 11 करोड़ लीटर तक बढ़ने की संभावना है, जिससे 3,000 करोड़ रुपये तक का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।


शेयरों पर प्रभाव

इस निर्णय से मुंबई स्थित जीएम ब्रुअरीज को लाभ मिलने की संभावना है। दूसरी ओर, वाइन और बीयर को नए उत्पाद शुल्क वृद्धि से छूट दी गई है, जिससे सुला वाइनयार्ड्स के शेयर मूल्य में तेजी आई है।


अन्य शराब शेयरों में गिरावट

हालांकि, भारतीय निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) पर शुल्क वृद्धि के कारण अन्य शराब शेयरों में भारी गिरावट आई है। एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स, रेडिको खेतान, यूनाइटेड स्पिरिट्स और अन्य कंपनियों के शेयरों में 7 प्रतिशत तक की कमी आई है।