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मानसून की दस्तक: देशभर में बारिश से मिली राहत

भारत के अधिकांश राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है, जिससे झमाझम बारिश हो रही है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग ने अगले दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई है, खासकर उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने से चार बच्चों की जान चली गई। जानें और क्या-क्या हो रहा है मौसम के मोर्चे पर।
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मानसून की दस्तक: देशभर में बारिश से मिली राहत

आज का मौसम

आज का मौसम: भारत के अधिकांश राज्यों में मानसून ने प्रवेश कर लिया है, जिससे झमाझम बारिश हो रही है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून लद्दाख और हिमाचल प्रदेश तक पहुँच चुका है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में अभी तक मानसून नहीं पहुँचा है, लेकिन इन क्षेत्रों में भी भारी बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं। उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने से चार बच्चों की जान चली गई, जबकि छत्तीसगढ़ में दो बच्चों सहित चार लोग उफनती नदी में बह गए।


मौसम विभाग की भविष्यवाणी

मौसम विभाग ने जताई ये संभावना

मौसम विभाग ने 22 जून से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में भारी बारिश की संभावना जताई है। अगले सात दिनों में पूर्वोत्तर में भी मूसलधार बारिश की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के कुछ हिस्सों में मानसून पहुँच चुका है। इसके अलावा, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी मानसून आगे बढ़ रहा है। अगले दो दिनों में इन राज्यों में मानसून के पहुँचने की संभावना है। जानकारी के अनुसार, मानसून अगले 48 घंटों में उत्तरी अरब सागर, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ तथा दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में पहुँच सकता है।


प्री-मानसून बारिश की जानकारी

इन जगहों पर हुई प्री-मानसून बारिश

हिमाचल प्रदेश में पहले से हल्की प्री-मानसून बारिश हो रही थी, लेकिन अब मानसून के आगमन के साथ मूसलधार बारिश शुरू हो गई है। इससे कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जिसके कारण धर्मशाला-चतरो-गग्गल मार्ग सहित कई सड़कों पर यातायात बाधित हो गया है। पूर्वोत्तर झारखंड और आस-पास के क्षेत्रों में बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर होकर दक्षिण बिहार में पहुँच गया है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा पूर्वोत्तर राजस्थान और मध्य क्षोभमंडल स्तर पर स्थित है। वहीं, उत्तर-पश्चिम राजस्थान से मेघालय तक भी कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।


राजस्थान में मानसून की स्थिति

राजस्थान में पहुंचा मानसून

राजस्थान में 114 मिमी बारिश के साथ दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अधिकांश क्षेत्रों में दस्तक दी है। भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया में सबसे अधिक 114 मिमी बारिश हुई, जबकि जयपुर के फुलेरा, कोटा के रामगंजमंडी और भीलवाड़ा के शाहपुर में 110 मिमी बारिश दर्ज की गई।