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मिलेट्स: भारत की नई बिजनेस क्रांति का केंद्र

हैदराबाद में आयोजित नेशनल मिलेट स्टार्टअप समिट 2025 ने साबित किया है कि भारत में मोटे अनाज जैसे मिलेट्स में अगला बड़ा स्टार्टअप बनने की क्षमता है। इस समिट में 120 से अधिक युवा उद्यमियों ने भाग लिया, जिन्होंने मिलेट्स के लिए नवोन्मेषी विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का उद्देश्य नए उद्यमियों को आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करना था, ताकि वे अपने विचारों को सफल ब्रांड में बदल सकें। समिट ने यह भी दिखाया कि मिलेट्स केवल पारंपरिक खाद्य पदार्थों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि बिस्कुट, पास्ता और एनर्जी बार जैसे कई वैल्यू-एडेड उत्पादों में भी उपयोग किए जा सकते हैं।
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मिलेट्स: भारत की नई बिजनेस क्रांति का केंद्र

नेशनल मिलेट स्टार्टअप समिट 2025

हैदराबाद में हाल ही में आयोजित तीन दिवसीय "नेशनल मिलेट स्टार्टअप समिट 2025" ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मोटे अनाज जैसे रागी, बाजरा और ज्वार में भारत का अगला बड़ा 'यूनिकॉर्न स्टार्टअप' बनने की क्षमता है। इस समिट में 18 राज्यों से 120 से अधिक युवा उद्यमियों ने भाग लिया, जिनके पास मिलेट्स के लिए कई नवोन्मेषी विचार थे। 'मिलेट्स द बेस्ट फ़ूड (MBF)' द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य नए उद्यमियों को आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करना था, ताकि वे अपने विचारों को सफल ब्रांड में बदल सकें।


समिट का मुख्य ध्यान केवल मिलेट की खेती पर नहीं था, बल्कि इसके प्रोसेसिंग, वैल्यू एडिशन और ब्रांडिंग पर भी था। विशेषज्ञों ने उद्यमियों को सिखाया कि वे कैसे मिलेट से बने उत्पादों को बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार पैक और मार्केट कर सकते हैं। MBF के चेयरमैन श्रीनिवास सरकादम ने कहा, "हमारा लक्ष्य केवल किसानों को प्रशिक्षित करना नहीं है, बल्कि मिलेट से जुड़े हर व्यक्ति को सफल उद्यमी बनाना है। हम उन्हें खेत से लेकर सुपरमार्केट तक की यात्रा के लिए तैयार कर रहे हैं।"


समिट में यह भी प्रदर्शित किया गया कि मिलेट केवल खिचड़ी या रोटी तक सीमित नहीं है। इससे बिस्कुट, केक, पास्ता, नूडल्स और एनर्जी बार जैसे कई वैल्यू-एडेड उत्पाद बनाए जा सकते हैं, जिनकी आज के स्वास्थ्य-सचेत बाजार में भारी मांग है। यह समिट केवल एक इवेंट नहीं, बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत है, जो दिखाता है कि भारत का पारंपरिक ज्ञान और अनाज, जब युवा सोच और तकनीक के साथ मिलते हैं, तो यह न केवल लोगों की सेहत में सुधार कर सकता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊंचाई पर ले जा सकता है।