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मेक इन इंडिया 2.0: भारत की अर्थव्यवस्था के विकास का नया अध्याय

भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मेक इन इंडिया 2.0 पहल के बारे में चर्चा की, जो देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखती है। उन्होंने बताया कि यह पहल 27 क्षेत्रों को शामिल करते हुए आगे बढ़ रही है, जिससे न केवल मजबूत विनिर्माण क्षेत्र का निर्माण होगा, बल्कि युवाओं और महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। गोयल ने इस पहल के महत्व और इसके द्वारा हासिल की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला।
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मेक इन इंडिया 2.0: भारत की अर्थव्यवस्था के विकास का नया अध्याय

मेक इन इंडिया का अगला चरण


कहा, मेक इन इंडिया का अगला चरण नया अध्याय लिखेगा


Make in India 2.0 (बिजनेस डेस्क): वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आशा व्यक्त की है कि भारत आने वाले समय में विकास के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान बनाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सभी रेटिंग एजेंसियां भारत की अर्थव्यवस्था के सकारात्मक विकास के प्रति उत्साहित हैं।


गोयल ने मेक इन इंडिया की 11वीं वर्षगांठ पर इस विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण ने भारत को एक वैश्विक विनिर्माण महाशक्ति में बदलने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2014 में शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य देश के औद्योगिक ढांचे को पुनर्जीवित करना और इसे एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना था।


चुनौतियों के बीच पीएम की दूरदर्शिता

गोयल ने बताया कि यह पहल उस समय शुरू की गई थी जब भारत की आर्थिक वृद्धि में गिरावट आ रही थी। देश को विकास की राह पर आगे बढ़ने में कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। 'मेक इन इंडिया' का उद्देश्य भारत को विनिर्माण का एक वैश्विक केंद्र बनाना था। इसके मुख्य लक्ष्यों में निवेश को आकर्षित करना, नवाचार को बढ़ावा देना और विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है।


यह पहल 'वोकल फॉर लोकल' जैसे अग्रणी कार्यक्रमों में से एक है, जिसका उद्देश्य न केवल भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाना है, बल्कि वैश्विक मंच पर इसकी औद्योगिक क्षमता को भी प्रदर्शित करना है।


मेक इन इंडिया 2.0 का नया दृष्टिकोण

मेक इन इंडिया 2.0 पहल अब 27 क्षेत्रों को शामिल करते हुए आगे बढ़ रही है, जिसका लक्ष्य न केवल एक मजबूत विनिर्माण क्षेत्र का निर्माण करना है, बल्कि देश की युवा आबादी के लिए नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न करना है। गोयल ने सोशल मीडिया पर कहा कि इन वर्षों में रिकॉर्ड एफडीआई प्रवाह, व्यापार करने में सुधार, और निर्यात में वृद्धि जैसे संकेत दिखाते हैं कि हम कितनी प्रगति कर चुके हैं।


युवाओं और महिलाओं की भूमिका

इस औद्योगिक पुनरुद्धार की नींव उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना रही है, जिसे गोयल ने कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार सृजन का श्रेय दिया। उन्होंने युवा और महिला उद्यमियों की ऊर्जा से प्रेरित भारत के बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम पर भी प्रकाश डाला, जिसने देश को दुनिया के तीसरे सबसे बड़े नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित किया है।