यूपीआई पेमेंट ऐप्स के लिए नए नियम: जानें क्या बदलने वाला है
यूपीआई पेमेंट ऐप्स जैसे गूगल पे, फोन पे और पेटीएम के लिए नए नियम एक अगस्त से लागू होने जा रहे हैं। इन परिवर्तनों से यूपीआई के संचालन में बदलाव आएगा, जिससे बैलेंस चेक करने की संख्या सीमित होगी। रिपोर्टों के अनुसार, देश में यूपीआई उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, जिससे सिस्टम पर लोड बढ़ रहा है। जानें इन नए नियमों का आपके लिए क्या मतलब है और कैसे ये समस्याओं को कम करने में मदद करेंगे।
Jun 10, 2025, 16:09 IST
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यूपीआई पेमेंट ऐप्स में बदलाव
गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे कई ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स का उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। नए नियम एक अगस्त से लागू होने जा रहे हैं, जो एनपीसीआई (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) द्वारा अपने एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) के उपयोग के लिए निर्धारित किए गए हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, ये परिवर्तन अगस्त से प्रभावी होंगे। इन परिवर्तनों के बाद यूपीआई के संचालन का तरीका बदल जाएगा। नए नियमों के लागू होने से यूपीआई सिस्टम पर पड़ने वाला बोझ कम होने की उम्मीद है। यूपीआई ऐप के माध्यम से बैलेंस चेक करने की संख्या भी सीमित की जाएगी। इसके अलावा, यदि यूजर्स ने ऑटो पेमेंट का विकल्प सेट किया है, तो उसमें भी बदलाव होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देश में यूपीआई उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। हर महीने 16 अरब ट्रांजैक्शन किए जा रहे हैं, जिससे यूपीआई सिस्टम पर लोड बढ़ने लगा है। हाल ही में बैंकों ने बताया कि सिस्टम के गलत उपयोग के मामले भी सामने आए हैं, और कई तकनीकी खामियों की जानकारी मिली है। इन समस्याओं को हल करने के लिए यूपीआई के उपयोग में बदलाव किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले दो से तीन महीनों में यूपीआई पेमेंट में कई बार डाउनटाइम देखा गया था। 12 अप्रैल 2025 को, पेमेंट पांच घंटे तक डाउन रहा, जिससे यूजर्स को काफी परेशानी हुई। यह तीन वर्षों में सबसे बड़ा आउटेज था। यूपीआई के कारण अब लोग वॉलेट रखना छोड़ चुके हैं, और यदि यूपीआई डाउन होता है, तो उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। नए नियम इन समस्याओं को कम करने के लिए लाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि यूपीआई पेमेंट इतना व्यापक हो चुका है कि थोड़ी सी रुकावट पर भी लाखों यूजर्स प्रभावित हो जाते हैं। हर सेकंड में लगभग सात हजार ट्रांजैक्शन यूपीआई के माध्यम से प्रोसेस हो रहे हैं। यदि यूपीआई डाउन होता है, तो फोन पे, पेटीएम या गूगल पे के काम न करने पर चार लाख यूजर्स प्रभावित होते हैं।
नए नियमों की जानकारी
एनपीसीआई ने बैंकों और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स को निर्देश दिया है कि 31 जुलाई तक सबसे अधिक उपयोग होने वाले प्लेटफॉर्म को नियंत्रित करना होगा। यूपीआई के माध्यम से बार-बार बैलेंस चेक करने वाले यूजर्स के लिए यह मुश्किल होगा, क्योंकि अब वे ऐसा नहीं कर सकेंगे। यूजर्स अब कुल 50 बार बैलेंस चेक कर सकेंगे, और उनके मोबाइल नंबर से जुड़े अकाउंट की जांच 25 बार की जा सकेगी।