रिलायंस समूह का नया विकास योजना: रक्षा और ऊर्जा क्षेत्रों पर ध्यान

रिलायंस समूह की नई दिशा
अनिल अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस समूह ने अपने विकास के अगले चरण के लिए रक्षा, बिजली और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है। यह जानकारी समूह ने रविवार को साझा की।
ईडी की जांच के बाद की गई बैठक
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन और सार्वजनिक धन की हेराफेरी के मामले में समूह से जुड़े स्थानों पर तलाशी पूरी कर ली है। इसके बाद, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के 100 से अधिक शीर्ष अधिकारियों ने मुंबई में एक बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने समूह के विकास के महत्वाकांक्षी मसौदे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
नवीनतम विकास और वित्तीय स्थिति
समूह ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के निदेशक मंडल ने हाल ही में रक्षा, एयरोस्पेस और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में वृद्धि के लिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी थी। इस बैठक में एकता, नए उत्साह और दीर्घकालिक मूल्य प्रदान करने के संकल्प को दोहराया गया।
ईडी की कार्रवाई का प्रभाव
दोपहर में, दोनों कंपनियों ने अलग-अलग बयानों में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई समाप्त हो गई है और कंपनी ने प्राधिकरण के साथ पूरा सहयोग किया है। बयान में यह भी कहा गया कि ईडी की कार्रवाई का कंपनी के व्यावसायिक संचालन, वित्तीय प्रदर्शन या किसी अन्य हितधारक पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
भविष्य की रणनीति
समूह ने बैठक में बताया कि रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर लगभग ऋण मुक्त हैं, जिनकी कुल संपत्ति क्रमशः 14,883 करोड़ रुपये और 16,431 करोड़ रुपये है। इनके पास 50 लाख सार्वजनिक शेयरधारक भी हैं। बैठक में समूह की भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गई, जिसमें उच्च वृद्धिशील क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया।