रुपये की सीमित दायरे में कारोबार, डॉलर की मांग बनी चुनौती
रुपये का शुरुआती कारोबार
बृहस्पतिवार को रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सीमित दायरे में कारोबार किया। विदेशी पूंजी के नए प्रवाह से मिलने वाला समर्थन व्यापार समझौते की अनिश्चितता और जोखिम से बचने की धारणा पर प्रभाव डालने में असफल रहा।
डॉलर की मांग का प्रभाव
विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति की कमी और कंपनियों तथा आयातकों द्वारा डॉलर की बढ़ती मांग ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला। हालांकि, ब्रेंट क्रूड की कीमतें 60 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के आसपास रहने से निवेशकों का मनोबल थोड़ा बढ़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये ने 90.35 पर कारोबार शुरू किया। इसके बाद यह थोड़ा मजबूत होकर 90.32 प्रति डॉलर तक पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में यह अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 90.38 तक भी पहुंचा।
पिछले कारोबारी दिन का आंकड़ा
बुधवार को रुपये का बंद भाव 90.38 प्रति डॉलर था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.41 पर रहा।
शेयर बाजार की स्थिति
घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 114.06 अंक की गिरावट के साथ 84,445.59 अंक पर कारोबार किया, जबकि निफ्टी 41.10 अंक गिरकर 25,777.45 अंक पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 60.08 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
विदेशी निवेशकों की गतिविधि
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को सक्रिय रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,171.71 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
