रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की वृद्धि, घरेलू बाजारों में मजबूती का असर

रुपये की स्थिति
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की वृद्धि के साथ 88.69 (अस्थायी) पर बंद किया। घरेलू बाजारों की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में कमी ने रुपये को समर्थन प्रदान किया।
कारण और विश्लेषण
विदेशी मुद्रा व्यापारियों का कहना है कि घरेलू बाजारों की मजबूती और जिंसों की कीमतों में गिरावट के चलते रुपये में यह तेजी आई। केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप ने भी घरेलू मुद्रा को मजबूती दी। हालांकि, मजबूत अमेरिकी डॉलर ने रुपये की बढ़त पर कुछ अंकुश लगाया।
व्यापार का विवरण
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपये ने 88.80 पर शुरुआत की और 88.50-88.80 के दायरे में कारोबार करते हुए 88.69 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 10 पैसे अधिक है। पिछले दिन, रुपये ने 88.79 पर बंद किया था।
विश्लेषकों की राय
मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं जिंस विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण रुपये में सकारात्मक रुख देखने को मिल सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका में वित्तपोषण की समस्या और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना से रुपये को और मजबूती मिल सकती है।
डॉलर की स्थिति
चौधरी ने यह भी कहा कि मजबूत अमेरिकी डॉलर और आयातकों की डॉलर की मांग रुपये की तेजी पर रोक लगा सकती है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 88.40 से 88.85 के बीच रहने की उम्मीद है।
वैश्विक बाजार की स्थिति
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.32 पर रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64.85 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
शेयर बाजार की स्थिति
घरेलू शेयर बाजार में, बीएसई सेंसेक्स 328.72 अंक बढ़कर 82,500.82 पर और निफ्टी 103.55 अंक बढ़कर 25,285.35 पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल रहे, जिन्होंने बृहस्पतिवार को 1,308.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।