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रुपये में गिरावट, घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी का असर

सोमवार को रुपये में गिरावट आई, जो 85.66 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। अमेरिका द्वारा व्यापारिक साझेदारों पर शुल्क बढ़ाने का दबाव रुपये को और कमजोर कर रहा है। घरेलू शेयर बाजारों में भी गिरावट देखी गई, जहां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में कमी आई। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों के बारे में।
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रुपये में गिरावट, घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी का असर

रुपये की स्थिति

विदेशी निवेश की निकासी और घरेलू शेयर बाजारों की कमजोर शुरुआत के चलते, सोमवार को रुपये ने शुरुआती कारोबार में 26 पैसे की गिरावट के साथ 85.66 प्रति डॉलर का स्तर छू लिया।


अमेरिका का व्यापारिक दबाव

अमेरिका ने अपने व्यापारिक साझेदारों पर शुल्क बढ़ाने की समय सीमा को लेकर दबाव बढ़ा दिया है, जिससे रविवार को देशों को चेतावनी दी गई कि एक अगस्त से उच्च शुल्क लागू हो सकते हैं। इससे रुपये पर और अधिक दबाव पड़ने की संभावना है।


विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपये की शुरुआत अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.53 पर हुई, लेकिन बाद में यह 85.66 प्रति डॉलर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से 26 पैसे की गिरावट को दर्शाता है। शुक्रवार को रुपये का बंद भाव 85.40 था।


शेयर बाजार की स्थिति

इस बीच, घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 170.66 अंक की गिरावट के साथ 83,262.23 अंक पर कारोबार किया, जबकि निफ्टी 53.75 अंक गिरकर 25,407.25 अंक पर पहुंच गया।


क्रूड ऑयल की कीमतें

अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.85 डॉलर प्रति बैरल पर रही।


विदेशी निवेशकों की गतिविधि

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने शुक्रवार को बिकवाली की और उन्होंने कुल 760.11 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।